किसान आंदोलन : लुक्सर जेल से दो किसानों की रिहाई का आदेश, बाहर एक ही किसान आया, जानिए क्यों?
ग्रेटर नोएडा (FBNews) : ग्रेटर नोएडा स्थित लुक्सर जेल में बंद 129 किसानों में से एक को शनिवार को रिहा कर दिया गया। पुलिस प्रशासन की ओर से जेल प्रशासन को दो किसानों की रिहाई के आदेश मिले थे, लेकिन दूसरे किसान के खिलाफ लंबित मामले के चलते उसे रिहा नहीं किया जा सका। संबंधित केस में जमानत न मिलने के कारण उसकी रिहाई रोकी गई। शनिवार को 45 किसानों के परिजनों ने जेल में बंद किसानों से मुलाकात की।
जीरो प्वाइंट पर बढ़ाई सुरक्षा
ग्रेटर नोएडा के परी चौक और जीरो प्वाइंट पर किसानों के पहुंचने की आशंका को देखते हुए शनिवार को पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड में रही। धरना-प्रदर्शन की आशंका के चलते पूरे इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। हालांकि देर शाम तक कोई भी किसान वहां नहीं पहुंचा, जिससे पुलिस ने राहत की सांस ली।
गांवों में बढ़ी निगरानी
नोएडा-ग्रेटर नोएडा के प्रमुख धरना स्थलों और किसानों के गांवों में निगरानी बढ़ा दी गई है। प्रशासन किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सतर्क है। खुफिया रिपोर्ट के आधार पर जरूरी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस टीमें लगातार गश्त कर रही हैं और धरनास्थलों पर किसानों की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। जेल प्रशासन और पुलिस के इस रवैये से स्थिति नियंत्रण में है।
45 किसानों के परिजनों ने की मुलाकात
प्रशासन की कोशिश है कि किसानों की मांगों को समझा जाए और कानून व्यवस्था को बनाए रखा जाए। जेल अधीक्षक बृजेश कुमार ने बताया कि कुल 45 किसानों की उनके परिजनों से मुलाकात कराई गई। अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि जेल में किसी भी किसान को तन्हाई में नहीं रखा गया है और सभी को सामान्य बैरक में रूटीन के अनुसार भोजन दिया जा रहा है।