सोलर पंप से किसान करें खेतों की सिंचाई, हासिल करें अनुदान
सोलर पंप के अनुदान के लिए विभागीय पोर्टल पर पहली जुलाई से शुरू होगी पंजीकरण की प्रक्रिया
नोएडा। गौतमबुद्ध नगर जिले के उप कृषि निदेशक ने जिले के कृषकों से कहा है कि वे अपने खेतों की सिंचाई सोलर पंप के जरिये करें। सोलर पम्प को स्थापित करने के लिए अनुदान की व्यवस्था की गई है। किसान इसका लाभ उठाएं।
क्यों है सोलर पंप से सिचाई जरूरी
उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर कार्बन की तीव्रता कम करने और सोलर पंप को स्थापितकर सिंचाई लागत को कम करने एवं विद्युत रहित क्षेत्र में उपलब्ध डीजल पंप अथवा सिंचाई के अन्य साधनों के स्थान पर सोलर पंप से सिंचाई को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिले में सोलर पंप पर अनुदान की व्यवस्था की गई है। इससे कृषकों की सिंचाई व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सकेगा।
वैकल्पिक ऊर्जा का स्रोत
उप कृषि निदेशक ने बताया कि सोलर पंप वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत के रूप में कृषकों के लिए उपयोगी सिद्ध हो रहा है। जिले में जो एचपीएसी (सबमर्सिबल) के पांच सोलर पंप, दो एचपीडीसी (सबमर्सिबल) के पांच सोलर पंप, तीन एचपीएसी (सबमर्सिबल) के 25 सोलर पंप, तीन एचपीडीसी (सबमर्सिबल) के 13 सोलर पंप, 5 एचपीएसी (सबमर्सिबल) के 20 सोलर पंप, 7.5 एचपीएसी (सबमर्सिबल) के तीन सोलर पंप, 10 एचपीएसी (सबमर्सिबल) के दो सोलर पंप, कुल 73 सोलर पंप स्थापित कराए जाएंगे। जिले में (अतिदोहित एवं क्रिटिकल क्षेत्र को छोड़कर) ही योजना का लाभ कृषकों को उपलब्ध कराया जाएगा।
पहले आओ पहले पाओ
उन्होंने बताया कि योजना से लाभान्वित होने के लिए इच्छुक कृषक पहले आओ पहले पाओ के आधार पर विभागीय पोर्टल upagriculture.com पर पहली जुलाई से लक्ष्य पूर्ण होने तक लिंक पर क्लिक कर ऑनलाइन बुकिंग की जाएगी साथ ही सोलर पंप के लिए बुकिंग जनपदवार एवं क्षमतावार आवंटित लक्ष्य की सीमा तक ही टोकन कंफर्म होने पर कृषक अंश जमा करने के लिए निर्गत किए जाएंगे। टोकन पर कृषक का पंजीकरण संख्या, कृषक का नाम, पिता का नाम, चयनित पंप की क्षमता तथा टोकन के रूप में जमा की जाने वाली कृषक अंश की धनराशि अंकित की जाएगी।