ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से जल्द हो सकता है किसानों का धरना समाप्त, किसानों ने वार्ता को बताया सकारात्मक
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ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर धरना दे रहे किसानों का धरना कभी भी खत्म हो सकता है। किसानों ने प्राधिकरण के नए सीईओ के साथ वार्ता को सकारात्मक बताया है और कहा है कि पूर्व सीईओ ने वार्ता में कोई दिलचिस्पी नहीं दिखाई थी, इसी कारण किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। मंगलवार को किसानों ने मणिपुर हिंसा के विरोध में दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया।
मणिपुर की घटना के विरोध में जंतर-मंतर पर जन संगठनों के संयुक्त मंच द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन में सीटू व किसान सभा गौतमबुद्धनगर के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।किसान सभा के रात दिन के धरने का ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर मंगलवार को 69 वां दिन था। धरने की अध्यक्षता राकेश खानपुर और संचालन मनोज घंगोला ने किय। धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि किसान सभा की प्राधिकरण अधिकारियों से 24 जुलाई को बातचीत हुई थी।
मुख्य मुद्दे 10% आबादी प्लॉट, भूमिहीनों का 40 वर्ग मीटर का प्लॉट, रोजगार और नए कानून को लागू करने के संबंध में प्राधिकरण के सीईओ ने और समय मांगा है। आबादियों की सुनवाई के लिए एक समिति का गठन किसान सभा की ओर से किया जा रहा है ,जो सुनवाई के दौरान उपस्थित होकर किसानों के निस्तारण में मदद करेगी। नए मुख्य कार्यपालक अधिकारी का किसानों की समस्याओं को हल करने के संबंध में सकारात्मक रुख है। उम्मीद है आने वाले दिनों में प्राधिकरण किसानों की सभी समस्याओं को हल करेगा।
भनोता कमेटी के अध्यक्ष सुंदर प्रधान ने संबोधित करते हुए कहा कि भूमि खरीद के मसले पर प्राधिकरण द्वारा कानून का उल्लंघन किया जा रहा है। नई खरीद से प्रभावित सभी गांव एकजुट हो चुके हैं और धरने को लगातार मजबूत कर रहे है। मणिपुर की घटना के संबंध में सरकार के विरुद्ध जंतर मंतर पर किसान सभा सहित अन्य कई सारे संगठनों ने धरना प्रदर्शन में भाग लिया।
किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के साथ समझौते में वादाखिलाफी करने के कारण पूर्व सीईओ का तबादला दोनों प्राधिकरणों से कर दिया गया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के नए मुख्य कार्यपालक अधिकारी का रूख किसानों के प्रति काफी सकारात्मक है। जल्द किसानों की मांगें पूरी होने की उम्मीद है।