कूड़े की टाइल्स से ग्रेटर नोएडा में बनेंगे फुटपाथ, सड़कों की गुणवत्ता में और सुधार के लिए भी MOU जल्द
आधुनिक तकनीक के जरिए ग्रेटर नोएडा में सड़कों के निर्माण में और पारदर्शिता एवं गुणवत्ता बढ़ाने के लिए ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने
केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) से करार करने जा रही है। ग्रेनो अथॉरिटी केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान के जल्द करार करने जा रहा है। इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा में वेस्ट मैटेरियल (कूड़े) से बनी टाइल्स का फुटपाथ बनाने में इस्तेमाल करने की भी तैयारी है। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के सीईओ एनजी रवि कुमार के समक्ष एसीईओ मेधा रूपम व अन्नपूर्णा गर्ग की मौजूदगी में सीआरआरआई की प्रस्तुतिकरण में इस पर भी सहमति बन गई है।
सीईओ ने सभी वर्क सर्कल को मॉडल रोड चिन्हित कर वेस्ट मैटेरियल से बनी पेवर ब्लॉक टाइल्स का इस्तेमाल कर फुटपाथ बनाने के निर्देश दिए हैं। अगर फुटपाथ बनाने में पेवर ब्लॉक टाइल्स का इस्तेमाल हुआ तो ग्रेटर नोएडा ऐसा करने वाला देश का पहला शहर बन जाएगा। अच्छी सड़क ग्रेटर नोएडा की पहचान है। इसे और बेहतर बनाने क लिए ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी प्रयासरत है। आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर इको फ्रेंडली तथा अधिक गुणवत्तापरक सड़कें बनाने के लिए ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी सीआरआरआई को सलाहकार एजेंसी के रूप में अपने साथ जोड़ने की तैयारी कर रहा है। अथॉरिटी दो सप्ताह में केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान के साथ करार करने जा रहा है। करार हो जाने पर केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान ग्रेटर नोएडा में सड़कों को ईको फ्रेंडली बनाने, आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर सड़क निर्माण का एस्टीमेट तैयार करने, सड़कों की गुणवत्ता और पारदर्शिता बढ़ाने समेत कई बिंदुओं पर अपनी कंसल्टेंसी देगा। अथॉरिटी ग्रेटर नोएडा में फुटपाथ बनाने के लिए पॉलीथिन व अन्य कंस्ट्रक्शन वेस्ट मैटेरियल से तैयार पेवर ब्लॉक टाइल्स का भी इस्तेमाल करेगा।
अथॉरिटी संस्थान को वेस्ट मैटेरियल देगा, जिसके एवज में केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान ग्रेटर नोएडा को सस्ती दरों पर पेवर ब्लॉक टाइल्स उपलब्ध कराएगा। इसका इस्तेमाल ग्रेटर नोएडा में सड़कों के किनारे फुटपाथ बनाने में किया जाएगा। पेवर ब्लॉक टाइल्स वेस्ट मैटेरियल से बनेंगी। ऐसे में ये पर्यावरण के लिए भी अनुकूल होंगी। इसकी दरें कम होने से बचत भी होगी। ये टाइल्स लंबे समय तक चलेंगी। इनके रखरखाव पर भी बहुत कम खर्च होगा।
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के सीईओ एनजी रवि ने परियोजना विभाग के सभी वर्क सर्किल प्रभारियों को अपने एरिया में रोड को चिन्हित कर कम से कम एक- एक मॉडल फुटपाथ बनाने के निर्देश दिए हैं। सीआरआरआई ने जानकारी दी है कि वेस्ट मटेरियल से तैयार पेवर ब्लॉक टाइल्स का इस्तेमाल अभी तक विदेश में हो रहा है। अगर ग्रेटर नोएडा में इसका इस्तेमाल होता है तो यह देश का पहला शहर होगा। प्रस्तुतीकरण के दौरान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ मेधा रूपम, एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग, नियोजन विभाग की महाप्रबंधक लीनू सहगल, वरिष्ठ प्रबंधक चरण सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक विजय कुमार बाजपेई, वरिष्ठ प्रबंधक राजेश गौतम, वरिष्ठ प्रबंधक चेतराम सिंह समेत कई अधिकारी गण मौजूद रहे।