फर्जीवाड़ा : अफसरों की नाक के नीचे चपरासी ने बाबू बनकर की 20 फ्लैटों की रजिस्ट्री
नोएडा। नोएडा में एक बड़ा फर्जीबाड़े का मामला सामने आया है। एक डाकिया ने बिना किसी को पता चले 20 फ्लैटों की रजिस्ट्री करा दी। गड़बड़ी का पता तब चला जब रजिस्ट्री होने के बाद फ्लैटों का मिलान किया गया। प्राधिकरण अब पत्र वाहक के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। इस मामले को अब तक विभाग में छिपाया जा रहा था।
कब की गयी थी यह रजिस्ट्रीयां?
यह रजिस्ट्री किस तारीख को की गई थी? यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन रजिस्ट्री करने वाले व्यक्ति को निलंबित कर दिया गया है। एजीएम में जांच में गड़बड़ी के सबूत मिले हैं। पत्रवाहक के खिलाफ गुरुवार तक कार्रवाई की जाएगी। हालाँकि, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि पत्र वाहक को रजिस्ट्री तक कैसे पहुँच मिली और किसने इसे अधिकारिक स्तर पर अनुमोदित किया।
कहीं रजिस्ट्री में तो गलती नहीं?
नोएडा प्राधिकरण, बिल्डर और खरीदार सभी का कहना है कि प्राधिकरण क्षेत्र में बिल्डर फ्लैटों को कौन पंजीकृत करता है उससे बात की जाएगी। फ्लैट लेने और कार्रवाई लिपिक स्तर का कर्मचारी करता है और अब यह देखा जा रहा है कि रजिस्ट्री वैध है या नहीं। प्राधिकरण मामले में कानूनी सलाह ले रहा है और यह भी विचार किया जा रहा है कि रजिस्ट्री में कहीं कोई गलती तो नहीं हुई है।