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मोबाइल टावर की रेडियो रिसीवर यूनिट चुराने वाले गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार, अंतरराष्ट्रीय रैकेट, बीस लाख में चीन में बिकती है आरआरयू

ग्रेटर नोएडा वेस्ट (Federal bharat news) : ग्रेनो वेस्ट की बिसरख थाने की पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। मोबाइल टावर के बहुमूल्य रेडियो रिसीवर यूनिट(RRU) चुनाव वाले अंतरराष्ट्रीय गैंग का खुलासा किया है। इनके पास से करोड़ों रुपये मूल्य की आरआर यूनिट बरामद हुई है। इस गैंग का मुख्य सरगना जावेद मीरपुरिया है, जिसे दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने पिछले दिनों दुबई से लौटते ही एयरपोर्ट पर दबोच लिया था। इस पर एक लाख रुपये का इनाम था।
बिसरख पुलिस  की बड़ी उपलब्धि
बिसरख थाना पुलिस में सोमवार को सेंट्रल जोन के डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने प्रेस कांफ्रेंस करके गैंग का खुलासा किया। पुलिस ने मोबाइल टावर के रेडियो रिसीवर यूनिट की चोरी करने वाले गैंग के चार सदस्य गिरफ्तार किए हैं। इनके पास से 10 रेडियो रिसीवर यूनिट बरामद हुई हैं, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये है। पकड़े गए आरोपियों के नाम आजाद, आकाश, रिहान और जहीरुद्दीन हैं। आमतौर पर इस गिरोह के सदस्य उन सूनसान इलाकों में लगे मोबाइल टावरों को अपना निशाना बनाते थे। यह रात में टावर पर चढ़कर आरआरयू और अन्य कीमती उपकरण चुराते और लाखों रुपये में दिल्ली व अन्य क्षेत्रों में बेचते थे।


यह अंतरराष्ट्रीय रैकेट है
दरअसल, आरआरयू (RRU) चुराने और बेचने वाला यह एक बड़ा बड़ा और सुनियोजित अंतरराष्ट्रीय रैकेट हैं। इसका मुख्य सरगना या मास्टरमाइंड दिल्ली का जावेद मीरपुरिया है, जो महज चौथी पास है और कबाड़ी काम करते-करते इस धंधे में उतरा और करोडों की संपत्ति का मालिक है। जावेद को दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने पिछले माह ही दुबई से लौटते ही दिल्ली एयरपोर्ट पर दबोच लिया था। बाद में उप्र के गाजियाबाद की पुलिस ने उसे ट्रांजिट रिमांड पर लिया। इसकी निशानदेही पर कई की गिरफ्तारी हो चुकी है। जावेद पर गाजियाबाद पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। चोरी की आरआरयूनिट खरीदने से लेकर उन्हें खपाने तक का काम जावेद करता था। पुलिस ने उसकी करोड़ों की संपत्ति का खुलासा किया है। दुबई में उसके पास अपना फ्लैट है, जिसकी कीमत लगभग दस करोड़ रुपये है।
कैसे चलता है काला धंधा
छोटे-छोटे गिरोह बनाकर यह देशभर के शहरों में लगे मोबाइल टावरों से आरआरयूनिट और अन्य उपकरण चुराते हैं। बैटरी आदि अन्य उपकरणों को लोकल बाजार में बेच दिया जाता है। जबकि आरआरयूनिट को दिल्ली में जावेद के नेटवर्क को बेचा जाता है। चोरों के लोकल गिरोह 50 से 60 हजार में ही यह यूनिट बेचते हैं। जावेद रेडियो रिसीवर यूनिट को विशाखापट्टनम भेजकर दुबई में तीस से 20 लाख रुपये तक में एक यूनिट बेचते हैं। दुबई में जावेद लेवल थ्री कंपनी के मालिक व हैदराबाद के रहने वाले अलीमुद्दीन और उसके नेटवर्क के जरिए चीन एवं हांगकांग में भेज देते हैं। चीन से इन्हें फिर पचास से साठ लाख रुपये में बेचा जाता है। असल में यह गिरोह 50 से 60 यूनिट इकट्ठा होने पर स्क्रैप का बिल बनाता है और लेवलथ्री कंपनी की मार्फत हांगकांग व चीन को भेजता है। रकम का भुगतान आनलाइन अथवा हवाला के जरिए किया जाता है।

 

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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