पुलिस हिरासत में मौत के बाद कोतवाल समेत चार लोग निलंबित
झगड़े के बाद दोनों पक्षों के दो युवकों पुलिस कोतवाली ले गई थी
लखनऊ। हाथरस जिले के चंदपा कोतवाली पुलिस की हिरासत में युवक की मौत के बाद थाना प्रभारी सहित चार पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। युवक की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल किया। वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी थाने में ही जमे रहे।
चंदपा कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत गांव विसाना में सोमवार की रात दो पक्षों में मारपीट, पथराव और फायरिंग हुई थी। इसके बाद गांव पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के दो लोगों को हिरासत में लिया था। फिर एक घायल युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। युवक की मौत के बाद स्थानीय लोगों जमकर प्रदर्शन किया। मरने वाले युवक के परिजनों की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं पुलिस ने युवक के शव का पोस्टमार्टम के बाद उसकी मौत का कारण हार्टअटैक बताया है। इस घटना के बाद पुलिस के खिलाफ लोगों में रोष है।
मरने वाला धर्म जागरण के मुरसान प्रखंड का प्रखंड संयोजक है। घटनाक्रम के अनुसार सोमवार की रात गांव विसाना में राजकुमार उर्फ राजू का अपने पड़ोसी राजू से घर के सामने लघु शंका करने पर झगड़ा हो गया। झगड़े ने देखते-देखते मारपीट का रूप ले लिया। फिर पथराव हुआ और फायरिंग हो गई। इसमें दोनों पक्षों के लोग घायल हो गए। सूचना मिलने के बाद रात में कोतवाली चंदपा पुलिस के साथ ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई।
पुलिस ने राजकुमार उर्फ राजू और दूसरे पक्ष के एक युवक को हिरासत में ले लिया। रात करीब बारह बजे पुलिसकर्मी राजू को मेडिकल कराने के लिए जिला अस्पताल ले गई। मेडिकल कराने के बाद पुलिस उसे वापस ले आई। सुबह साढ़े छह बजे के करीब राजकुमार की हालत फिर खराब हो गई। तब पुलिस ने आनन-फानन में उसे फिर अस्पताल ले गई। जहां उसकी मौत हो गई। जैसे ही डॉक्टरों ने राजू को मृत घोषित किया तो पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। राजू के मरने की जानकारी मिलते ही उसके परिजनों ने हंगामा शुरु कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस अधीक्षक विकास कुमार वैद्य और जिलाधिकारी रमेश रंजन थाने पर ही जमे रहे। एसपी ने थाना प्रभारी चतर सिंह राजौरा, उप निरीक्षक त्रिवेंद्र सिंह, कांस्टेबल रमन यादव और अश्वनी सिरोह को निलंबित कर दिया। चारों के खिलाफ मृतक के परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
अलीगढ़ के उप पुलिस महानिरीक्षक (डीआईजी) ने कहा कि दोनों के बीच घर के सामने लघु शंका करने पर विवाद हुआ। थाना प्रभारी सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। साथ ही डीएम ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश कर दिए हैं। इसके अलावा न्यायिक जांच के लिए जिला जज को पत्र भेजा जाएगा।
पुलिस हिरासत में राजू की मौत के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हद्यगति रुक जाना बताया गया है। डॉक्टरों ने विसरा सुरक्षित रख लिया है। उसे जांच के लिए फोरेसिंक लैब भेजा जाएगा। राजकुमार उर्फ राजू चौहान की मौत के बाद तीन डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम किया है। पोस्टमार्टम हाउस पर जिले भर के जनप्रतिनिधि, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।