धोखाधड़ीः फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंकों ले लिया लोन व क्रेडिट कार्ड, बड़ी रकम की लोन के लिए किया था अप्लाई
दो क्रेडिट कार्डों से 40 लाख रुपयों के लोन का आवेदन करने पर बैंक की इंवेस्टिगेशन टीम ने पकड़ा फर्जीवाड़ा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, दूसरा भाग गया
नोएडा। यदि कोई आप से आधार कार्ड या अन्य परिचय पत्र मांगे तो सावधान हो जाएं। किसी को यूं ही अपना दस्तावेज नहीं थमा दें। हो सकता है आपके दस्तावेज के जरिये कोई व्यक्ति फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसका दुरूपयोग कर ले। नोएडा थाना सेक्टर 20 की पुलिस ने ऐसे ही तैयार किए गए फर्जी दस्तावेजों पर बैकों से लोन और क्रेडिट कार्ड लेने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
कौन है फर्जी दस्तावेज तैयार करने का आरोपी
गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट थाना थाना सेक्टर 20 की पुलिस ने शुक्रवार को फर्जी दस्तावेजों पर बैकों से लोन एवं क्रेडिट कार्ड लेने वाले के आरोप में रमेश चन्द मिश्र मूल निवासी एस-10/33 मकबूल आलम रोड चोखा घाट थाना कैंट वाराणसी वर्तमान पता मकान नंबर ए/146 लेन-3 शकरपुर दिल्ली को नोएडा के सेक्टर 18 स्थित एचएसबीसी बैंक से गिरफ्तार किया है। वह अपने साथी रजनीश प्रकाश शुक्ल के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज और पहचान पत्रों का प्रयोग कर ग्रेटर कैलाश एवं लाजपत नगर दिल्ली से एचएसबीसी बैंक के दो क्रेडिट कार्ड हासिल कर लिए। यही नहीं उसने क्रेडिट कार्ड की लिमिट की सारी धनराशि को खर्च लिया। इसके बाद दोनों क्रेडिट कार्डधारकों के नाम से 20-20 लाख रुपये का लोन ऑनलाइन लेने के लिए आवेदन किया गया।
बैंक की इंवेस्टिगेशन टीम ने पकड़ा फर्जीवाड़ा
लोन के लिए आवेदन करने के बाद वह दस्तावेज संबंधित कार्यवाही पूरी कराने के लिए वह अपने साथी रजनीश के साथ एचएसबीसी बैंक सेक्टर 18 नोएडा पहुंचा था। वहां बैंक की इंवेस्टिगेशन टीम ने उसके फर्जीवाड़े को पकड़ लिया। टीम ने इसकी सूचना पुलिस थाने को दी। पुलिस ने आरोपी रमेश चन्द्र मिश्र को तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन उसका साथी रजनीश प्रकाश शुक्ला मौके से भाग गया। पुलिस उसे तलाश रही है।
क्या मिला रमेश के पास से
पुलिस ने रमेश के पास से दो मोबाइल फोन, तीन क्रेडिट कार्ड, तीन वोटर आईकार्ड, दो पैन कार्ड, दो डेबिट कार्ड (ये सभी कार्ड अन्य लोगों व्यक्तियों के थे) और 12 हजार रुपये नगद बरामद हुए है। इस मामले में मैनेजर ऑफ फाइनेंशियल क्राइम इन्वेस्टिगेशन एचएसबीसी बैंक की तहरीर पर थाना सेक्टर 20 नोएडा पर भादवि की धारा 419/420/467/468/471 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कैसे करता था अपराध
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि रमेश और रजनीश किसी दूसरे व्यक्ति की आईडी (आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड आदि) पर अपना फोटो लगाकर एक फर्जी आईडी तैयार कर लेते थे। फिर किसी कंपनी की फर्जी पे स्लिप तैयार कराकर एचएसबीसी बैंक या किसी अन्य बैंक से क्रेडिट कार्ड हासिल कर लेते थे। फिर वे फर्जी आईडी और कागजातों के आधार पर हासिल किए गए क्रेडिट कार्ड की पूरी धनराशि का भरपूर उपयोग करते थे। इसके पास से बरामद दो क्रेडिट कार्ड की ढाई-ढाई लाख रुपयों की उसने खर्च कर ली थी।
ढाई साल में सौ से ज्यादा क्रेडिड कार्ड लिए
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि रमेश और रजनीश ने कोविड काल के बाद करीब ढाई साल में अब तक फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 100 से अधिक क्रेडिट कार्ड हासिल किए जा चुके हैं। ये इन्हीं फर्जी क्रेडिट कार्ड के प्रपत्रों के आधार पर बैंक से लोन ले लेते थे। इन्होंने खुद के पास से बरामद क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स पर एचएसबीसी बैंक से 20-20 लाख रुपये लोन के लिए एप्लाई किया था। गिरफ्तार रमेश और फरार रजनीश प्रकाश शुक्ला सीए (चार्टेड अकाउन्टेंट) की पढ़ाई का एक सेमेस्टर पास कर चुके हैं।