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ठगी: एसटीएफ ने किया फर्जी इंटरनेशनल काल सेंटर का खुलासा

विदेशी नागरिकों से कर चुके हैं करीब 170 करोड़ रुपयों की ठगी, दस गिरफ्तार, कई की तलाश में एसटीएफ

नोएडा। उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने नोएडा में फर्जी इंटरनेशनल काल सेंटर का खुलासा किया है। इस काल सेंटर के मास्टर माइंड समेत दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से 12 मोबाइल फोन, 76 डेस्कटॉप, 81 सीपीयू, 56 वीओआईपी डायलर, 37 क्रेडिट कार्ड आदि सामान बरामद किए गए हैं।

 

नोएडा में चल रहा था फर्जी काल सेंटर

यह काल सेंटर नोएडा के सेक्टर-59 में चल रहा था। उनके काम करने और ठगी करने का तरीका यह था कि वीओआईपी कॉलिंग का सर्वर लगाकर विदेशी नागरिकों के लैपटॉप, कंप्यूटर पर वायरस डाल दिया जाता था। इसके बाद टेक्निकल सपोर्ट के नाम पर उनसे संपर्क स्थापित किया जाता थआ। फिर उनके कंप्यूटर और लैपटॉप को रिमोट पर ले लेते थे। रिमोट पर लेने के बाद विदेशी नागरिकों के ऑनलाइन अकाउंट से रकम ट्रांसफर कर लेते थे। एसटीएफ ने नोएडा के थाना 58 में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

विदेशी नागरिकों से करते थे ठगी

उत्तर प्रदेश की एसटीएफ को काफी दिनों से VOIP Calling  का फिजिकल व क्लाउड सर्वर लगाकर, डायलर व DID के जरिये विदेशों खासकर अमेरिका, कनाडा, शिकागो, कैलिफोर्निया, लेबनान, हांगकांग, ब्रिटेन आदि देशों में ठगी का सिलसिला जारी था। TFN व IBR Call, Email Blasting, Popup  व टिकर आदि के माध्यम से Cubedialer का प्रयोग कर रिफंड और टेक सपोर्ट के नाम पर कम्प्यूटर, लैपटाप को रिमोट पर लेकर अनेक कंपनियों के नाम पर अरबों रुपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोह के सक्रिय होने की सूचनाएं मिल रही थी। इन सूचनाओं को एसटीएफ ने गंभीरता से लिया और एसटीएफ की कई टीमों का गठन कर लगातार निगाह रखे हुए थी। फिर तो एसटीएफ की टीमों को इस बारे में जानकारियां मिलना शुरू हो गईं। एसटीएफ ने इन जानकारियों को एकत्र की और विभिन्न तकनीक का उपयोग कर नोएडा के बी 36 सेक्टर 59 नोएडा पर छापा मारकर करीब 50 कालरों का एक फर्जी इंटरनेशनल काल सेंटर का खुलासा कर दिया। इस खुलासे के बाद एक संगठित गिरोह के मास्टरमाइंड सहित 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

ये लोग हुए गिरफ्तार

एसटीएफ ने जिन दस लोगों को गिरप्तार किया है उनमें करन मोहन निवासी एफ 119 सेक्टर 44 नोएडा। (डायरेक्टर), विनोद सिंह निवासी वर्तमान पता 73 सी एमआईजी फ्लैट न्यू कोन्डली मयूर बिहार फेज-3 दिल्ली मूल पता ग्राम पकवान गाँव थाना उमरी बेगमगंज जिला गोंडा (डायरेक्टर), ध्रुव नारंग निवासी फ्लैट नंबर 602 टेनिसी टावर द फारेस्ट ओमैक्स सेक्टर 92 नोएडा (फेक कस्टमर सपोर्ट हेड इंटरनेशनल काल सेंटर), मयंक गोगिया निवासी डी-29 सेक्टर 49 नोएडा । (VOIP call वेंडर) अक्षय मलिक उर्फ हरेन्द्र मलिक निवासी 439 सेक्टर 15 ए नोएडा ( विदेशों से 6 पेमेंटगेटवे व हवाला के माध्यम से रुपये उपलब्ध कराने वाला वेडर, पूर्व में अमेरिका मे रहता था। तीन वर्षो से भारत में रह रहा है।), दीपक सिंह निवासी मकान नं0 405 तृतीय तल सिसिल टावर गढी चौखडी नोएडा (एमआईएस हेड) आहूजा पोडवाल निवासी फ्लैट नम्बर-1901, हेबिटेक अपार्टमेण्ट गौर सिटी ग्रेटर नोएडा (इंटरनेशनल कालसेंटर सुपरवाइजर) अक्षय शर्मा, निवासी 431 ए गली नम्बर एक गणेश नगर 7 8 सेकेण्ड, सकरपुर दिल्ली (इंटरनेशनल कालसेंटर सुपरवाइजर) जयंत सिंह निवासी फ्लैट नं० 1901, हेबिटेक अपार्टमेण्ट गौर 9 सिटी ग्रेटर नोएडा (इंटरनेशनल कालसेंटर सुपरवाइजर ) और मुकुल रावत निवासी एच-178 सेक्टर 22 नोएडा। ( इंटरनेशनल कालसेंटर सुपरवाइजर) शामिल हैं।

अन्य लोग भी गिरोह में, एसटीएफ है तलाश

एसटीएफ को पूछताछ मे गिरोह के कथित मास्टरमाइंड करन मोहन और विनोद सिंह ने बताया कि उनके साथ ध्रुव नारगं, मयंक गोगिया, अक्षय मलिक, धीरज कटारिया, शेर सिंह, अविनाश, सावन, विपिन झा, मोहित बंसल, गौरव मलिक, तुषार और तोहीन का एक संगठित गिरोह है।

ऐसा था ठगी का तरीका और फर्जी कंपनियां

एसटीएफ को गिरफ्तार लोगों ने पूछताछ में यह भी बताया कि वे फर्जी और कूटरचित दस्तावेज के माध्यम से  Vmak Research And Services Private Limited, Vmak Electricals Private Limited, DMV Marketing & Research Llp, DMV Marketing & Research LLP, VMAK ELECTRICALS PRIVATE LIMITED, MAX VALUE PLUS CAPITAL PRIVATE LIMITED, AMPG TECHNOLOGY PRIVATE LIMITED नाम की कई फर्जी कंपनियों के जरिये फर्जी काल सेंटर चलाते हैं।  इस काल सेंटर के माध्यम से वे विदेशों में बैठे लोगों से ठगी करते हैं।

170 करोड़ रुपये की कर चुके हैं ठगी

एसटीएफ का कहना है कि अभी तक मिले बैंक स्टेटमेंट के विश्लेषण से पता चला है कि इस गिरोह ने करीब 170 करोड़ रुपये की ठगी कर चुका है। लेकिन पूरे मामले का खुलासा तो जांच पूरी होने के बाद ही होगा।

फारेंसिक जांच कराई जाएगी

उधर, एसटीएफ ने कहा है कि बरामद इलेक्ट्रानिक उपकारणों की फारेंसिक जांच कराई जाएगी। गिरोह के अन्य बैंक खातों के बारे में जानकारी हासिल कर बैंक खातों को फ्रिज कराने और बैंकरों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी। कंपनियों के ट्रांजक्शन के बारे में सबूत इकट्ठा किया जा रहा है।

थाना सेक्टर 58 में मुकदमा दर्ज

गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना सेक्टर 58 पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर में मुकदमा अपराध संख्या 309 / 2022 धारा 419, 420, 467, 468, 471 भा0द0वि० व 66 डी सूचना प्रोद्यौगिकी अधिनियम के तहत केस दर्ज कराया गया है। अब स्थानीय पुलिस अगली कानूनी कार्यवाही कर रही है।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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