गाज़ियाबाद में गौशाला में गौकशी का चल रहा था खेल, अब पुलिस ने ऐसे किया भंडाफोड़ !

गाजियाबाद: गाजियाबाद पुलिस ने लोहियानगर में स्थित गौशाला पर कब्जे के लिए रची गई एक बड़ी साजिश का खुलासा किया है। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता नंदकिशोर शर्मा, उनकी बेटी छाया शर्मा और एक अन्य आरोपी ऋषभ अभी फरार हैं।
गौशाला विवाद बना साजिश की जड़
डीसीपी सिटी राजेश कुमार सिंह ने पत्रकारवार्ता में बताया कि लोहियानगर क्षेत्र में नंदकिशोर शर्मा और उनके बहनोई अरुण भारद्वाज के बीच गौशाला को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसी विवाद को खत्म करने और गौशाला पर पूरी तरह कब्जा जमाने के लिए नंदकिशोर ने अपनी बेटी छाया शर्मा के साथ मिलकर एक खतरनाक योजना बनाई।
साजिश का खुलासा ऐसे हुआ
मिली जानकारी के अनुसार,मार्च की रात, नंदकिशोर ने अपने जानकारों से 8 किलो भैंस का मांस मंगवाया और उसे गौशाला में रखवाया। इसके बाद उन्होंने गौ रक्षा दल के अध्यक्ष पवन तोमर को एक नए नंबर से झूठी सूचना दी कि गौशाला में गोकशी हुई है। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और मांस को कब्जे में लेकर जांच के लिए भेज दिया। फॉरेंसिक रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि वह मांस गाय का नहीं, बल्कि भैंस का था।
गिरफ्तारी और फरार आरोपी
पुलिस जांच में साजिश के पीछे छाया शर्मा, नंदकिशोर शर्मा, योगेश, शिवम और ऋषभ के नाम सामने आए। पुलिस ने मैन्युअल इंटेलिजेंस और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर HCL कंपनी के कर्मचारी योगेश और डिलीवरी बॉय शिवम को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में दोनों ने साजिश की पूरी कहानी कबूल कर ली है।
उद्देश्य था माहौल बिगाड़ना और कब्जा पाना
पुलिस के अनुसार, आरोपियों का मकसद न सिर्फ अरुण भारद्वाज को फंसाकर जेल भिजवाना था, बल्कि होली के मौके पर सांप्रदायिक तनाव पैदा कर माहौल बिगाड़ना भी था। इस साजिश का मुख्य मकसद गौशाला पर पूर्ण कब्जा पाना था।
डीसीपी ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए भरोसा दिलाया कि जल्द ही फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उन्हें कानून के तहत सख्त सजा दिलाई जाएगी।फ़िलहाल नंदकिशोर शर्मा, उनकी बेटी छाया शर्मा और ऋषभ की तलाश में पुलिस टीम दबिश दे रही है।