धार्मिक पहचान के आधार पर हत्या से आक्रोशित गौर सिटीवासी सड़कों पर उतरे !

नोएडा : पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले, जिसमें निर्दोष हिंदुओं को धर्म पूछकर मौत के घाट उतार दिया गया, घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस घटना के विरोध में गौर सिटी के ‘सर्व सनातन समाज’ ने एकजुट होकर दो टूक संदेश दिया कि आतंक और उसकी विचारधारा को भारत की धरती पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हज़ारों लोगों की भागीदारी, महिलाओं ने दिखाई दृढ़ता
गौर सिटी के हरे कृष्ण मंदिर से लेकर प्रिस्टीन एवेन्यू तक आयोजित इस आक्रोश मार्च में प्रिस्टीन एवेन्यू, रक्षा अड़ीला, दिव्यांश फ्लोरा, ऐश्वर्यम, VVIP होम्स, महागुण मायवुड्स, 11th एवेन्यू, 12th एवेन्यू और गैलेक्सी नॉर्थ एवेन्यू से हजारों निवासी शामिल हुए। खासकर महिलाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही, जिनमें इस अमानवीय कृत्य के प्रति गहरा आक्रोश देखने को मिला।
कश्मीरी विस्थापित महिला की आपबीती ने दिल झकझोरा
सभा को संबोधित करते हुए कश्मीर से विस्थापित श्रीमती रैना ने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा किए और आतंकवाद के क्रूर अत्याचारों का जिक्र करते हुए भावुक हो गईं। उन्होंने समाज से आतंक के विरुद्ध संगठित होकर खड़े होने की अपील की।
‘सनातन एकता’ का आह्वान
प्रमित ने सभा में हिंदू समाज से जात-पात और क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर एक छत्र – सनातन धर्म – के अंतर्गत एकजुट होने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आतंक के विरुद्ध एकजुटता ही एकमात्र मार्ग है।
धार्मिक नरसंहार की निंदा, निर्णायक कार्रवाई की मांग
प्रिस्टीन एवेन्यू निवासी राजेंद्र सिंह ने घटना को अभूतपूर्व नरसंहार बताया और कहा कि आतंकियों द्वारा निर्दोषों से उनका धर्म पूछकर कलमा पढ़ने को कहना यह दर्शाता है कि आतंकवाद का अपना एक मजहबी चेहरा है। उन्होंने सरकार से कड़े कदम उठाने की मांग की और आम नागरिकों से आतंक समर्थक तत्वों का आर्थिक और सामाजिक बहिष्कार करने की अपील की।
शिव शक्ति धाम मंदिर में दी गई श्रद्धांजलि
मार्च का समापन प्रिस्टीन एवेन्यू स्थित शिव शक्ति धाम मंदिर में हुआ, जहां दिवंगत हुतात्माओं को श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि सभा में राममूर्ति, प्रमीत, धीरज, राजेंद्र सिंह, विजय पांडेय, प्रवेश बंसल, सरिता पंडित समेत बड़ी संख्या में लोग सम्मिलित हुए।