जीआईएस-23: बड़ी भूमिका निभाने के लिए उत्तर प्रदेश तैयार
यूएसए की कई बड़ी कंपनियां कर रही हैं उप्र आने की तैयारी, प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिला, प्रदेश के माहौल को सराहा, कहा-हर क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव
लखनऊ। उत्तर प्रदेश को औद्योगिक निवेश का ग्लोबल हब बनाने के लिए जारी कोशिशों के बीच मंगलवार को यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट की।
इन लोगों ने भेंट की मुख्यमंत्री से
मुख्यमंत्री से भेंट करने वाले 30 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में यूएसआईएसपीएफ के प्रेसिडेंट और सीईओ मुकेश अघी, बैंक ऑफ द वेस्ट की प्रेसिडेंट और सीईओ नंदिता बख्शी, स्पाइस जेट के चेयरमैन अजय सिंह, मेटा (फेसबुक) के पब्लिक पॉलिसी हेड राजीव अग्रवाल, स्टैंडर्ड चार्टर्ड के सीईओ ज़रीन दारूवाला, भारत सरकार के पूर्व विदेश सचिव कंवल सिब्बल सहित स्वास्थ्य, रक्षा, शिक्षा, बैंकिंग, एविएशन, सोशल मीडिया सहित अनेक सेक्टर के दर्जन भर से अधिक सीईओ, अन्य वरिष्ठ अधिकारी व यूएसआईएसपीएफ के पदाधिकारी शामिल रहे। भेंट-वार्ता के दौरान प्रदेश के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को प्रदेश में बेहतर होते सड़क, रेलमार्ग, जलमार्ग, वायुमार्ग इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस कॉरीडोर की प्रगति, 25 औद्योगिक नीतियों, सेक्टोरल पॉलिसी के संबंध में संक्षिप्त जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल का किया स्वागत
उत्तर प्रदेश आने पर यूएसआईएसपीएफ प्रतिनिधिमंडल का अभिनन्दन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने कहा कि 250 मिलियन (25 करोड़) की आबादी के साथ उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है। हमारे पास सबसे बड़ा लैंडबैंक है। उद्योग अनुकूल औद्योगिक नीतियां हैं। सुदृढ़ कानून व्यवस्था है। हम खाद्यान्न उत्पादन में न केवल आत्मनिर्भर हैं, बल्कि निर्यात भी कर रहे हैं। देश में सबसे अच्छी उर्वरा भूमि उत्तर प्रदेश के पास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था का राज्य बनने के हमारे संकल्प की पूर्ति में यूएसआईएसपीएफ सकारात्मक भूमिका निभा सकता है।
संबंधों को बेहतर करने में यूएसआईएसपीएफ की बड़ी जिम्मेदारी
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और यूएसए सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था। ऐसे में अगर यह दो देश मिलकर काम करें तो यह विश्व मानवता के कल्याणकारी होगा। इस दृष्टि से भारत और यूएसए के बीच रणनीतिक सम्बन्धो को और बेहतर करने में यूएसआईएसपीएफ की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश को देश के ‘ग्रोथ इंजन’ की सामर्थ्य वाले राज्य की संज्ञा दी है। प्रदेश अपनी इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार है। 5 वर्षों में नियोजित प्रयासों से उत्तर प्रदेश देश में औद्योगिक निवेश के सर्वश्रेष्ठ गंतव्य के रूप में उभर कर आया है। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष 10-12 फरवरी तक उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर रहा है। यह समिट इंडो-यूएस द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने का बेहतरीन अवसर है। इस महत्वपूर्ण कार्य में यूएसआईएसपीएफ से सहयोग की अपेक्षा है।
उत्तर प्रदेश में बड़ा बाजार
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बड़ा बाजार है। अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट, एडोब, पेप्सिको, सिनॉप्सिस, वालमार्ट आदि कई अमेरिकी कंपनियां उत्तर प्रदेश में पूर्व से ही कार्य कर रही हैं। सभी के अनुभव अच्छे हैं। सरकार सभी के व्यावसायिक हितों का ध्यान रख रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश करने वाले हर एक निवेशक के हितों को सुरक्षित रखने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को हर संभव सहायता दी जाएगी। प्रदेश में न केवल निवेशकों का हित सुरक्षित होगा, बल्कि उन्हें हर प्रकार का संरक्षण भी प्राप्त होगा।
क्या कहा प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने
मुकेश अघी– प्रेसिडेंट यूएसआईएसपीएफः 2017 के बाद से उत्तर प्रदेश को जो मिला है, वह अभूतपूर्व है। कानून-व्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के क्षेत्र में मुख्यमंत्री ने जैसा शानदार काम किया है, कुछ समय पहले तक उत्तर प्रदेश में उसकी कल्पना नहीं की जा सकती थी। चीन में निवेश करने वाली यूएसए की कई कंपनियां उत्तर प्रदेश की ओर देख रही हैं। आगामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट इस लिहाज से बड़ा ही उपयोगी होने वाला है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले ग्लोबल रोड शो के दौरान यूएसआईएसपीएफ यूनाइटेड स्टेट्स में मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए तैयार है। यह दौरा अपने उद्देश्यों में आशातीत सफलता पाने वाला होगा। उत्तर प्रदेश के समग्र विकास के लिए यूएसआईएसपीएफ की तर्ज पर ‘यूएस-यूपी स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप फोरम’ का गठन किया जाएगा।
वैशाली सिन्हा, चीफ सस्टेनिबिलिटी ऑफिसर, रिन्यू पॉवर फाउंडेशनः बढ़तीं पर्यावरणीय चुनौतियों के बीच आज पूरी दुनिया नवीकरणीय ऊर्जा को अपनाने के लिए अग्रसर है। भारत का मौसम सौर ऊर्जा के लिहाज से बड़ा ही अनुकूल है। अगर ठोस प्रयास हों तो यह सोलर एनर्जी के क्षेत्र में ग्लोबल लीडर बन सकता है। हमने उत्तर प्रदेश की नीतियों को देखा है। यहां का माहौल हमारे निवेश के लिए अनुकूल है। उत्तर प्रदेश को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के महान लक्ष्य की पूर्ति में हम सहभागी बनने को उत्सुक हैं। हम उत्तर प्रदेश के साथ बड़ी साझीदारी की योजना बना रहे हैं।
कंवल सिब्बल, पूर्व विदेश सचिव: आज अगर चीन की अर्थव्यवस्था ऊंचाई पर है तो इसमें अमेरिका की बड़ी भूमिका है। नए दौर में भारत और यूएसए के रणनीतिक संबंध मजबूत हुए हैं। उत्तर प्रदेश को इसका सीधा लाभ लेने का प्रयास करना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश राष्ट्र की आर्थिक प्रगति के ग्रोथ इंजन की भूमिका निभाने की सामर्थ्य रखता है।
ज़रीन दारूवाला, सीईओ स्टैंडर्ड चार्टर्डः विश्व के बैंकिंग सेक्टर में हमारी महत्वपूर्ण उपस्थिति है। हमने हाल के वर्षों में उत्तर प्रदेश में बेहतर होते माहौल, आम आदमी की क्रय क्षमता, सरकार की नीतियों, बेहतरीन औद्योगिक माहौल का अध्ययन किया है। हम उत्तर प्रदेश के साथ अपनी व्यापारिक साझेदारी शुरू करने की योजना पर विचार कर रहे हैं। मेरा एक सुझाव है कि सरकार यहां के वस्त्रोद्योग को प्रोत्साहित करने पर ध्यान दे। हमें छोटे स्थानीय उद्यमियों की वित्तीय प्रोत्साहन उपलब्ध कराकर उनके उत्पाद की ब्रांडिंग पर फोकस करना होगा। यह सेक्टर रोजगार सृजन का भी बड़ा माध्यम है।
अजय सिंह, चेयरमैन स्पाइस जेटः उत्तर प्रदेश और हमारा संबंध शुरू से ही मजबूत रहा है। अभी हम जेवर एयरपोर्ट पर एक बड़े कार्गो हब के विकास की योजना पर काम कर रहे हैं। यह परियोजना न केवल उत्तर प्रदेश,की देश के निर्यात को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक होगा।
राजीव अग्रवाल, पब्लिक पॉलिसी हेड मेटा (फेसबुक): प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफार्म के रूप में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति का लाभ हम प्रदेश के उद्यमियों के कौशल संवर्द्धन में करने की योजना पर काम कर रहे हैं। योजनानुसार पहले चरण में 05 जिलों के उद्यमियों को डिजिटल साक्षर बनने में हम सहयोग करेंगे। जिनका व्यापार ऑनलाइन नहीं हैं, उन्हें डिजिटल बाजार से भी जोड़ेंगे। चरणबद्ध रूप से इसे पूरे प्रदेश में विस्तार देने का प्रयास होगा।
नंदिता बख्शी, सीईओ बैंक ऑफ द वेस्टः लखनऊ एयरपोर्ट से यहां तक के सफर में यूपी में बदलाव की पॉजिटिविटी का अनुभव किया है। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े और महत्वपूर्ण राज्य के विकास में सहभागी बनना गौरव की बात है। यहां की बड़ी आबादी आज उद्योग जगत की बड़ी आवश्यकताओं को पूरा कर सकती है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की सफलता के लिए मेरी शुभकामनाएं।