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Greater Noida Hindi News: किसान सभा की खोदना खुर्द गांव में हुई बैठक आगे की रणनीति पर की चर्चा

गांवों की कमेटियों को मजबूत करने, भूमिहीनों युवाओं, महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने पर रहा जोर

ग्रेटर नोएडाः किसान सभा पिछले महीनों में किसानों की समस्याओं और मांगों के निराकरण के लिए किए गए आंदोलनों की गांवों में बैठकें कर समीक्षा कर रही रही है। इसी सिलसिले में आज बुधवार को खोदना खुर्द गांव में बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता ब्रह्मपाल सूबेदार ने की। संचालन प्रीतम नागर ने किया।

किसान सभा के प्रवक्ता डॉ. रुपेश वर्मा ने बैठक में कहा कि हमें अपनी कमेटियों को सुदृढ़ करने, भूमिहीनों, युवाओं और महिलाओं की भी इसमें भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। खोदना खुर्द की कमेटी ने आंदोलन में उल्लेखनीय कार्य किया है। आगे भी ऐसी ही उम्मीद है। कमेटी में और संगठन में जो कमियां रह गई हैं उन्हें दूर करने की आवश्यकता है।

किसानों के पक्ष में फैसले की उम्मीद  

वीर सिंह नागर ने कहा कि आंदोलन की अब तक की उपलब्धि ऐतिहासिक और उल्लेखनीय रही है। प्राधिकरण की ओर से निपटा दिए मुद्दों पर फिर से सरकार फैसला लेने के लिए तैयार हुई है। इसकी बाबत हाई पॉवर कमेटी को नोटिफाइड दर 15 जुलाई से पहले निर्णय किया जाना है। पहली बार ऐसा हुआ है जिसमें जनप्रतिनिधि, अफसर, मंत्री और किसान भी कमेटी में शामिल हैं। हाई पॉवर कमेटी के गठन से किसानों के पक्ष में फैसला आने की उम्मीद है।

जगबीर नंबरदार ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा डीएम के स्तर पर गठित कमेटी रोजगार के शासनादेश एवं सर्किल रेट के रिवीजन पर 15 जुलाई तक फैसला करेगी। डीएम ने अवगत कराया है कि एडीएम फाइनेंस के ट्रांसफर होने से उसमें कुछ विलंब हुआ है। नए एडीएम फाइनेंस के ज्वाइन करते ही तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

प्राधिकरण-प्रशासन के संपर्क मे हैं

किसान सभा के जिला अध्यक्ष नरेंद्र भाटी ने कहा हम मुस्तैदी के साथ प्रशासन और प्राधिकरण के संपर्क में हैं किसान सभा के जिला कमेटी ने निर्णय किया है कि फॉलोअप के लिए 11 सदस्यों की कमेटी गठित की जाए जो प्रशासन और प्राधिकरण के अधिकारियों से मिलकर समझौते को लागू कराने के बारे में मिलती रहे और उसके बारे में किसान सभा व क्षेत्र के सभी किसानों को अवगत कराती रहे। किसान सभा के सचिव संदीप भाटी ने कहा कि आंदोलन में महिलाओं की भूमिका सबसे अधिक उल्लेखनीय रही है महिलाओं को संगठित किया जाना अति आवश्यक है महिलाओं की वजह से ही सरकार और प्रशासन को किसानों की मांगों पर उल्लेखनीय फैसला करना पड़ा।

किसान सभा के जिला सचिव मनोज प्रधान ने संगठन का और विस्तार करने की आवश्यकता बताई और किसान सभा के फैसले को उचित ठहराते हुए कहा कि गांव स्तर पर कमेटियों की बैठक कर आंदोलन के फैसले के बारे में कमेटियों को रिपोर्टिंग करना अति आवश्यक है इसी सिलसिले में गांव में किसान सभा की मेंबरशिप और कमेटियों का विस्तार करना भी आवश्यक है एवं जिन गांवों में कमेटियों का गठन नहीं हुआ है वहां भी हमें 15 जुलाई तक कमेटियों का गठन कर लेना चाहिए हमें प्राधिकरण के प्रति अत्यंत सजग रहने की आवश्यकता है प्राधिकरण का विगत इतिहास वादाखिलाफी कर रहा है यदि प्राधिकरण 15 जुलाई तक समझौते को लागू नहीं करता है तो 20000 की संख्या में किसान सभा को प्राधिकरण पर तुरंत धरना प्रदर्शन शुरू कर देना चाहिए। अजब सिंह नेताजी जुनपत ने संबोधित करते हुए कहा कि आंदोलन के दबाव में आबादियों की सुनवाई शुरू हुई है पूर्व में हो चुकी 10 गांव की सुनवाई के संबंध में प्रस्ताव बोर्ड बैठक में जाना है इस संबंध में हमें लगातार प्राधिकरण में किसानों की मदद करनी है और पूरी तरह मुस्तैद रहना है। जितेंद्र मैनेजर ने प्राधिकरण को चेतावनी देते हुए कहा यदि प्राधिकरण फैसले से जरा भी पीछे हटी विधानसभा की पूरी तैयारी है और हजारों की संख्या में पुनः प्राधिकरण पर हल्ला बोल दिया जाएगा। बैठक में निशांत रावल निरंकार प्रधान अशोक आर्य हरेंद्र खारी बिजेंद्र नागर सुरेंद्र भाटी इंद्रजीत भाटी अजय पाल भाटी यतेंद्र मैनेजर अबे भाटी मोनू मुखिया गवरी मुखिया राजीव नगर महाराज सिंह प्रधान रणधीर यादव अमित यादव सुरेश यादव बुध पाल यादव ज्ञानू पंडित जी महेश गुर्जर प्रशांत भाटी अजब सिंह नेताजी जनपद विनोद भाटी जनपद मोहित भाटी जनपद मोहित नागर धूम खेड़ा महेश प्रजापति एवं गांव कमेटी के अन्य सदस्य और अनेकों गांव वासी उपस्थित रहे।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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