हरा भरा नोएडा, प्राधिकरण सीईओ लोकेश एम ने सेक्टर 100 में किया पौधरोपण, बोले अब तक 2,10,000 लग चुके हैं पौधे
नोएडा(फेडरल भारत न्यूज): नोएडा विकास प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने ग्रीन नोएडा अभियान के अंतर्गत बुधवार को सेक्टर 100 में पौधरोपण किया। सीईओ ने कहा कि प्राधिकरण का तीन लाख पौधे नोएडा क्षेत्र में लगाने का लक्ष्य है, जिसमें 70% पौधे लगाए जा चुके हैं। यानी 2,10,000 पौध क्षेत्र में लग चुके हैं। उन्होंने वाटर लागिंग और शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए उठाए जा रहे कदमों की भी जानकारी दी।
प्लांटेशन के लिए वर्षा ऋतु सबसे उपयुक्त : लोकेश एम
नोएडा अथॉरिटी सीईओ लोकेश एम. ने सेक्टर 100 के पार्क में अपने हाथों से पौधा लगाया। इस मौके पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्लांटेशन के लिए वर्षा ऋतु सबसे उपयुक्त मानी जाती है। नोएडा को हरा-भरा बनाने के लिए अथारिटी प्रशासन के अलावा रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों का भी सहयोग है। एम लोकेश ने कहा कि प्राधिकरण का नोएडा में तीन लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है., जिसमें से 70 प्रतिशत पौधे लगाए जा चुके हैं। य़ानि उनकी माने तो 2,10,000 पौधे लगाए जा चुके हैं।
वाटर लॉगिंग की समस्या का शीघ्र होगा समाधान
सीईओ ने वाटर लॉगिंग की समस्या को लेकर पूछ गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि नोएडा के सेक्टर 62, सेक्टर 63 और खोड़ा कालोनी के क्षेत्र में वाटर लागिंग की शिकायतें मिली हैं। इस निपटने के लिए वाटर पंप का इस्तेमाल किया जा रहा है और नालों की साफ-सफाई की जा रही है। टेक्नीकल एक्सपर्ट से भी सलाह ली गई है। उन्होंने बताया कि हाल ही में हुई बरसात में वाटर लागिंग की काफी कम शिकायतें मिली हैं।
ट्रैफिंग जाम से जल्द मिलेगा छुटकारा
शहर में ट्रैफिंग जाम होने और कुछ कटों को बंद किए जाने के सवाल पर सीईओ लोकेश एम ने मीडिया से कहा कि शहर में ट्रैफिंग की समस्या के स्थायी निदान के लिए जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर ठोस योजना बनाई जा रही है। इस पर शीघ्र अमल किया जाएगा और लोगों को देखने को मिलेगा कि ट्रैफिंग जाम की समस्या में काफी सुधार आया है। उन्होंने कहा है कांवड़ यात्रा के मद्देनजर कुछ कटों को बंद किया गया है, जिन्हें बाद में खोल दिया जाएगा। उन्होंने डंपिंग जोन और शहर में अवैध और गलत ढंग से चल रहे कोचिंग सेंटरों के सवालों के भी जवाब दिए। पौधरोपण कार्यक्रम में एसीईओ, प्राधिकरण के अधिकारी और आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी व सदस्य शामिल हुए।