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परिवार में लौटी खुशीः ईएसआई अस्पताल से चोरी गया नवजात शिशु आठ दिन बाद बरामद

परिजनों के चेहरे पर फिर से लौटी खुशी, पुलिस कमिश्नर सहित थाना पुलिस का जताया आभार, पुष्प गुच्छ भेंटकर किया सम्मानित

नोएडा। नोएडा के सेक्टर 24 स्थित राज्य कर्मचारी कल्याण बीमा निगम (ईएसआई) अस्पताल से चोरी गए नवजात शिशु को पुलिस ने आठ दिन बाद बरामद कर लिया है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने खुद परिजनों को बच्चा उनके हवाले किया। नवजात शिशु को पाकर परिजनों के चेहरे पर खुशी देखने लायक थी। उन्होंने पुलिस कमिश्नर को पुष्प गुच्छ और मनुहार के साथ भेंट देकर उन्हें और शिशु को बरामद करने वाली पुलिस थाने के प्रभारी को फूलों का हार पहनाकर सम्मानित किया। नवजात शिशु 25 मई को अस्पताल से चोरी हुआ था।

क्या है मामला

गाजियाबाद जिले की खोड़ा कॉलोनी की निवासी इशरतजहां 25 मई को नोएडा के सेक्टर-24 स्थित राज्य कर्मचारी कल्याण बीमा निगम (ईएसआई) अस्पताल में प्रसव पीड़ा होने पर भर्ती हुई थीं। मां को अभी ठीक से होश भी नहीं आया था कि सुबह इशरतजहां के बच्चे को किसी ने चुरा लिया। इससे शिशु की मां, उसके परिजनों में हा-हाकार मच गया। बच्चे के चोरी होने से अस्पताल के कर्मचारी भी हड़बड़ा गए। तुरंत बच्चे की खोज शुरू हो गई लेकिन बच्चा मिला नहीं। इससे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था। उन्होंने मामले की शिकायत संबंधित थाना सेक्टर-24 में की।

पुलिस की आठ टीमों का गठन

अस्पताल से नवजात शिशु के चोरी होने की खबर सुनकर पुलिस तुरंत हरकत में आ गई। उच्च पुलिस अधिकारियों ने बच्चा बरामदगी के लिए तुरंत आठ टीमों का गठन कर मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस उस समय हैरान रह गई जब मामले की जांच के लिए उसने ईएसआई अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच के लिए फुटेज मांगे। तब पता चला कि अस्पताल का एक भी सीसीटीवी कैमरा काम ही नहीं कर रहा था। इस पर पुलिस ने तगड़ी नाराजगी जताई और उसने इसकी शिकायत करते हुए जिलाधिकारी को पत्र लिखकर उन्हें वस्तु स्थित से अवगत कराया।

तीन सौ सीसीटीवी फुटेज की जांच

फिर भी पुलिस ने अस्पताल से बच्चा चोरी होने की वारदात को चुनौती के रूप में लिया। पुलिस को अस्पताल से सीसीटीवी का फुटेज तो मिला नहीं। फिर भी उसने अस्पताल के आसपास और विभिन्न चौराहों, रास्ते में लगे करीब तीन सौ सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की। पुलिस की यह मेहनत रंग लाई और नवजात शिशु को चुराने वाली महिला पकड़ में आ गई।

भंगेल से बच्चा चुराने वाली महिला बरामद

पुलिस की टीम ने भंगेल गांव से चोरी गए नवजात शिशु को बरामद कर लिया। जिस महिला पर बच्चा चोरी का आरोप है पुलिस ने उसकी पहचान रानी के रूप में की है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ कर रही है।

पति की दूसरी शादी की तैयारी होते देख दुखी थी

नवजात शिशु के चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार महिला ने पुलिस को पूछताछ में जानकारी दी है कि वह खुद के बच्चा नहीं होने से दुखी थी। उसके ससुराल के लोग उसे बांझ कहकर ताना मारते थे। उसके पति पर दूसरी शादी के न सिर्फ दबाव डाला जा रहा ता बल्कि शादी की तैयारी भी हो रही थी। इससे वह खुद को असुरक्षित भी महसूस कर रही थी। वह उसी ईएसआई अस्पताल में अपना इलाज कराने जाती रहती थी। उसका दो बार गर्भपात भी हो चुका है। खुद को सुरक्षित रखने और ससुराल वालों को यहब विश्वास दिलाने के लिए उसने बच्चा पैदा कर लिया है, इस इरादे से वह बच्चे को उठा ले गई थी।

पुलिस कमिश्नर परिजनों से मिली

पुलिस ने नवजात शिशु की बरामदगी के बाद अस्पताल में उसके स्वास्थ्य का परीक्षण कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया। इस मौके पर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह खुद उपस्थित थीं। उन्होंने मां सहित शिशु के परिजनों की कुशल क्षेम पूछी। बच्चे पाकर परिजन खुशी से रो पड़े। उन्होंने पुलिस और पुलिस कमिश्नर का आभार जताया है।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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