दिलदहला देने वाली मार्मिक घटना : सेल्फी खींची, सुसाइड नोट घर वालों को भेजा और दंपती ने लगा दी गंगा में छलांग
हरिद्वार/नोएडा(फेडरल भारत न्यूज) : कर्ज की दलदल में आंकठ डूबे सहारनपुर के सर्राफा कारोबारी युवक ने अपनी पत्नी के साथ हरिद्वार में गंगा में छलांग कर जान दे दी। खुदकुशी करने से पहले कारोबारी ने गंगा किनारे अपने सेल्फी खींची और सुसाइट नोट के साथ अपने परिजनों को भेज दी। उनके दो बच्चें हैं, जिन्हें मौत को लगे लगाने से पहले दंपती ने नानी के पास छोड़ा था। यह दिलदहला देने वाली घटना सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है। फिलहाल कारोबारी युवक के शव की तलाश कर ली गई है, जबकि महिला के शव की तलाश की जा रही थी।
गोल्ड किटी जमा करने का काम करता था कारोबारी
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर कोतवाली नगर के किशनपुरा के रहने वाले सराफ सौरभ बब्बर (35) पुत्र दर्शनलाल बब्बर और उसकी पत्नी मोना बब्बर ने हरिद्वार गंगा में छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली। खुदकुशी करने से पहले सौरभ ने अपने मोबाइल फोन से सेल्फी ली और सुसाइड नोट व लोकेशन के साथ अपने परिवार वालों को भेज दी। सौरभ की किशनपुरा में श्री साईं ज्वैलर्स के नाम से दुकान है, जो गोल्ड किटी जमा करने का भी काम करता था। सुसाइड नोट में भी उसने कर्ज का जिक्र करते हुए लिखा है कि वह ब्याज की रकम अदा करते-करते थक गया और इस दलदल से निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा।
दोनों बच्चों को नानी के पास छोड़ा
सौरभ के दो बच्चे हैं। खुदकुशी करने से पहले 10 अगस्त को अपने बेटे और बेटी को ससुराल गोविंदनगर में छोड़कर पत्नी मोना बब्बर के साथ हरिद्वार गया था। रात के समय उसने नौकर को फोन किया अब हम इस दुनिया से जा रहे हैं।
मैं कर्ज के दलदल में फंस गया हूं….
सौरभ ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं कर्ज के गहरे दलदल में फंस गया हूं कि बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा। अंत में मैं और मेरी धर्मपत्नी मोना बब्बर अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं। हमारी किशनपुरा वाली प्रॉपर्टी (दुकान व मकान) दोनों बच्चों के लिए है। हमारे दोनों बच्चे अपनी नानी के घर नपुरा रहेंगे। इनका जीवन अब हम पति-पत्नी ने उनके हवाले करके जा रहे हैं। क्योंकि हमें किसी और पर भरोसा नहीं है। सौरभ पांच साल के बेटे संयम और 12 साल की बेटी श्रद्धा को गोविंदनगर में उनके नाना-नानी के घर छोड़ गए थे।