घिनौना अपराधः कोरोना काल में अस्पताल में बेड व रेम्डेसिविर इंजेक्शन के नाम पर करते थे वसूली, दो गिरफ्तार
10 जून 2021 को गाजियाबाद की निवासी निधि मित्तल ने दर्ज कराया था मुकदमा, अब हुई गिरफ्तारी
नोएडा। कोरोना महामारी के दौरान अस्पताल में बेड और रेम्डेसिविर (Remdesivir) इंजेक्शन उपलब्ध कराने का झांसा देकर लोगों के खाते से रुपये साफ करने के अपराध में साइबर सेल की पुलिस ने गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
क्या है मामला
10 जून 2021 को वादिया गाजियाबाद की निवासिनी निधि मित्तल ने साइबर क्राइम थाना नोएडा के सेक्टर 36 में मुकदमा अपराध संख्या 14/2021, धारा 419/ 420/ 467/ 468/ 471/ 34 भादवि व 66सी/ 66डी आईटी एक्ट साइबर क्राइम के तहत दर्ज कराया था। उन्होंने पुलिस को जानकारी दी थी कि कोरोना महामारी के दौरान उनकी मां को इलाज के लिए Remdesivir Injection की आवश्यकता पर Online राहुल नामक व्यक्ति ने इन्जेक्शन उपलब्ध करने के नाम पर एक लाख 15 हजार रूपये की धोखाधड़ी कर बैंक खाते में ट्रासफर करा लिया था।
कौन हैं धोखाधड़ी करने वाले
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के नाम मंयक खन्ना निवासी ए-111 पटेल नगर-2 थाना सिहानी गेट, गाजियाबाद, उम्र 26 वर्ष बताया। पुलिस ने बताया कि मयंक बी.कॉम तक पढ़ा है। वह बीपीओ में नौकरी करता है।
दूसरा आरोपी यश मेहता निवासी जी-269 सेक्टर-23 राजनगर संजय नगर गाजियाबाद, उम्र 25 वर्ष का निवासी है। वह 11वीं तक पढ़ा है। वह मूवी एक्टर बताया गया है।
क्या था अपराध का तरीका
साइबर थाने की प्रभारी रीता यादव द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार दोनों आरोपी फर्जी बेवसाइट और सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना काल के समय अस्पताल में बेड और Remdesivir Injection उपलब्ध कराने के नाम पर जरूरतमंदों से मोबाइल फोन के जरिये संपर्क करते थे। वे उनसे विभिन्न बैंक खातों मे रुपये ट्रासफर कराकर धोखाधड़ी करते थे। इस मामले उन्होंने निधि मित्तल से भी इन्जेक्शन उपलब्ध कराने के नाम पर एक लाख 15 हजार रुपये की धोखाधडी की थी।