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योगी सरकार पर हिजाब वाली नजमा अंसारी का अटूट विश्वास, रात के दो बजे तक चलाती है ई रिक्शा

मुरादाबाद: मुरादाबाद में हिजाब पहनी ई रिक्शा चला रही एक महिला की वीडियो काफी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। ई रिक्शा चला रही 45 वर्ष की नाज़मा अंसारी के सामने जब पति की मौत बाद के बाद घर का खर्च चलाने में आर्थिक समस्या पेश आई,तो उन्होंने ई रिक्शा चलाने के बारे में सोचा, लेकिन नाज़मा अंसारी के परिचित लोगों ने उसे समझाया कि वो एक महिला है और उसके साथ कोई उल्टी सीधी हरकत कर सकता है। तब परिवार का खर्च चलाने के लिएं मन में ठान चुकी नाज़मा अंसारी ने उन्हें जवाब दिया कि अब उत्तर प्रदेश में योगी सरकार है। अब कोई बदमाश गलत हरकत करने से पहले सोचता है।

नाज़मा अंसारी को सीएम योगी पर अटूट विश्वास

नजमा अंसारी का कहना है कि अब पुलिस प्रशासन पहले से ज्यादा सख्त है। अपराधियों पर पुलिस तुरंत कार्रवाई करती है। इसलिए उसे वो बिना डरे बेखौफ होकर सुबह 9 बजे हिजाब पहनकर घर से ई रिक्शा लेकर निकलती है, और गर्मी के कारण दोपहर 1 बजे तक ई रिक्शा चलती हैं। उसके बाद शाम 6 बजे निकालकर रात नौ बजे वापस घर लौट आती हैं। घर का कामकाज करने के बाद रात फिर रात में ई रिक्शा लेकर निकल जाती है और रात के 2 बजे तक रिक्शा चलाकर वापस घर लौट आती है।

नजमा ने की महिलाओं से आत्मनिर्भर बनने की अपील
नजमा अंसारी ने बताया कि वह मुरादाबाद के कटघर कोतवाली इलाके के करुला इस्लामनगर में रहती है। उसके पति की मौत हो चुकी है। उनके एक बेटा और एक बेटी है। बेटी की वह शादी कर चुकी है। बेटा वेल्डिंग करके जो पैसे लाता है उसी से खर्च चलता है। घर का खर्च ज्यादा होने की वजह से वह खुद ई रिक्शा चलाती है। नजमा अंसारी ने हिजाब पहनकर मुरादाबाद की सड़कों पर ई रिक्शा चलाना शुरू कर दिया है। नजमा अंसारी ने फेडरल भारत से बात करते हुए कहा कि उन्हें मेहनत करना अच्छा लगता है और अब यूपी में योगी सरकार है। अब यह डर भी नहीं है कि कोई छेड़छाड़ करेगा। नजमा अंसारी ने कहा कि वह उन महिलाओं से यह कहना चाहती हैं कि जो घर-घर जाकर भीख मांगती है। वह भीख ना मांग कर खुद आत्मनिर्भर बने और मेहनत करें।

ट्रैफिक कर्मियों का जताया आभार
नजमा अंसारी ने बताया कि मुरादाबाद के कुछ स्थानों पर ई-रिक्शा ले जाना प्रतिबंधित है, लेकिन वहां तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी उन्हें देखकर सम्मान करते हैं और उन्हें रोकते नहीं हैं। इससे भी उन्हें बहुत हौसला मिलता है।

Vishnu Pratap

मेरा नाम विष्णु प्रताप है। मेरा जन्म 18 मई 2001 को उत्तर प्रदेश के एटा जिले में हुआ। पत्रकारिता मेरे लिए सिर्फ एक करियर नहीं, बल्कि एक जुनून है। वर्तमान में मैं Federal Bharat News में रिपोर्टर के रूप में कार्यरत हूं। मुझे अंतरराष्ट्रीय संबंध, इतिहास, राजनीति, युद्ध से जुड़ी खबरें, बिज़नेस और NGO से संबंधित विषयों में गहरी रुचि है। खाली समय में मुझे पढ़ना और अपने दोस्तों के साथ समय बिताना अच्छा लगता है।

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मेरा नाम विष्णु प्रताप है। मेरा जन्म 18 मई 2001 को उत्तर प्रदेश के एटा जिले में हुआ। पत्रकारिता मेरे लिए सिर्फ एक करियर नहीं, बल्कि एक जुनून है। वर्तमान में मैं Federal Bharat News में रिपोर्टर के रूप में कार्यरत हूं। मुझे अंतरराष्ट्रीय संबंध, इतिहास, राजनीति, युद्ध से जुड़ी खबरें, बिज़नेस और NGO से संबंधित विषयों में गहरी रुचि है। खाली समय में मुझे पढ़ना और अपने दोस्तों के साथ समय बिताना अच्छा लगता है।

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