हिंडन का डूब क्षेत्र अधिकारियों के लिए सोने का अंडा देने वाली मुर्गी : भूमाफिया और अफसरों की सांठगांठ ने अवैध निर्माण को दिया जन्म
Greater Noida News : हिंडन-यमुना का डूब क्षेत्र ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी वर्क सर्किल -3 के अधिकारियों के लिए सोने का अंडा देने वाली मुर्गी साबित हो रही है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि डूब क्षेत्र में निर्माण कार्य प्रतिबंधित होने के बावजूद भी इमारतें बन रही है, लेकिन ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
भूमाफिया और प्राधिकरण के अफसरों का सांठगाठ
बता दें इस क्षेत्र में कई दशकों से भूमाफिया द्वारा किसानों को खेती के मिली जमीन पर कब्जा कर अवैध निर्माण हो रहा हैं। किसानों ने प्राधिकरण के सीईओ तक को मामले से अवगत कराया। बावजूद इसके निर्माण पर रोक नहीं लग रही है। इसी वजह के प्राधिकरण पर भू माफियाओं से सांठगांठ होने का आरोप लगातार लग रहा है। हालांकि सीईओ एनजी रवि ने एसीईए परियोजना सुशील कुमार, महाप्रबंधक नरोत्तम सिंह और वर्क सर्कल तीन के वरिष्ठ प्रबंधक, सहायक प्रबंधक को बुरी तरह फटकारा भी बावजूद इसके अफसरों ने मौके पर पहुंचकर बस खानापूर्ति की। कोई ठोस कार्रवाई अभी तक मामले में नहीं की गई है।
निर्माण पर रोक लगाने की मांग
किसानों ने फेडरल भारत से हुई बातचीत के दौरान प्राधिकरण अफसरों पर भू माफिया से साठगांठ का आरोप लगाया और कहा कि वह अपनी पैतृक भूमि को बचाने के लिए अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ेंगे। किसानों ने इन कृषि भूमि का डिजिटल सर्वे और सीमांकन कराने की मांग करते हुए प्राधिकरण के सीईओ से किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लगाने की मांग की है।
एसीईओ ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
बिसरख जलालपुर के किसानों ने जमीनों पर अवैध कब्जे की शिकायत ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में कई दिनों में कर रहे हैं। इस मामले पर आज (गुरुवार 5 दिसंबर) ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण एसीईओ सौम्या श्रीवास्तव से बात की। इस दौरान एसीईओ ने आश्वासन देते हुए कहा कि हम मामले की जांच कर जरूरी कार्रवाई करेंगे। बता दें 9 दिसंबर को तहसील और प्राधिकारी के अधिकारी द्वारा मौके पर पहुंच कर सीमांकन का काम किया जाएगा।