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अवैधः प्रबंधन ने कटवा दिए पेड़, पूछने पर टालमटोल करने लगे

कहां कटवा दिए पेड़, किसने और कब लगाया था पेड़, पुलिस व वन विभाग ने क्या की कार्रवाई

ग्रेटर नोएडा वेस्ट। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पंचशील ग्रीन्स-2 सोसायटी में चार साल पूर्व लगाए गए पेड़ को बिल्डर ने अचानक कटवा दिया। पेड़ कटवाने के लिए न तो किसी से अनुमति ली गई और न ही सोसायटी के लोगों को कोई जानकारी ही गई। सोसायटी के लोगों ने सौंदर्यीकरण के लिए चार वर्ष पूर्व पौधे रोपे थे जो पेड़ का रूप ले चुके हैं।

करते रहे टालमटोल

सुबह जब सोसायटी के निवासियों ने कटे हुए पेड़-पौधों को देखा तो वे पंचशील ग्रुप के मैनेजमेंट के फैसले पर सवाल किया। सोसायटी के लोगों ने इस पर स्पष्टीकरण मांगा। जिस पर उनकी ओर तरफ से कोई ठोस जवाब नहीं मिला। सभी लोग एक दूसरे के ऊपर टालमटोल करते रहे और इधर-उधर बातें घुमाने में लगे रहे।

प्राधिकरण ने पल्ला झाड़ा

प्रबंधन की ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिलने पर यहां के निवासियों ने ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से इसकी शिकायत की गई। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने इसे सोसायटी का आंतरिक मामला बताते हुए पल्ला झाड़ लिया। अलबत्ता यह सलाह दी गई कि वे वन विभाग से संपर्क से संपर्क करें।

स्टेट मैनेजर को लिया हिरासत में

ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से निराश और परेशान होकर सोसायटी के लोगों ने वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क साधा। तब वन विभाग हरकत में आया। असिस्टेंट फॉरेस्ट ऑफिसर किताब सिंह ने सोसायटी के लोगों की शिकायत पर पुलिस के साथ सोसायटी में जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर उपस्थित एस्टेट मैनेजर को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है।

सोसायटी के लोगों का आरोप

सोसायटी के लोगों का कहना है कि देखा जाए तो इसमें बिल्डर की ही पूरी तरह संलिप्तता है। सोसायटी अभी बिल्डर के द्वारा ही मैनेज, मेंटेन किया जा रहा है। इसलिए समुचित कार्रवाई बिल्डर के खिलाफ होनी चाहिए। सोसायटी के लोगों का यह भी कहना है कि यह भी देखना होगा कि क्या कानून सच में पंचशील ग्रीन्स-2 निवासियों को इसमें न्याय दिलवाएगा या अदने से कर्मचारी को पकड़कर कार्यवाही की खानापूर्ति का दिखावा करेगा! क्योंकि जहां एक तरफ पर्यावरण को बचाने की मुहिम उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा चलाई जा रही है वहीं दूसरी ओर उनके ही राज्य में बिल्डर उन्हीं के आदेशों को ठेंगा दिखाते हैं और प्रशासन उस पर कुछ भी नहीं करता है।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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