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ग्रेटर नोएडा में युवक ने फ्लैट में शुरू की थी नशे की खेती, उगा डाला विदेश में मिलने वाला गांजा

नोएडा (federal bharat news) : ग्रेटर नोएडा की पार्श्वनाथ सोसाइटी के फ्लैट पर पुलिस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों की टीम ने संयुक्त रूप से छापा मारकर अवैध रूप से गांजे की खेती करने के मामले का खुलासा किया है। यह अपने तरह का अनोखा मामला है। इस गांजे की खेती विदेश में की जाती है। पुलिस ने इस संबंध में राहुल नाम के युवक को गिरफ्तार किया है। इस गांजे की बिक्री डार्क वेब के ज़रिए की जाती थी।

डार्क  बेव के जरिए की जाती थी बिक्री
पुलिस के अनुसार, छापे की यह कारवाई पार्श्वनाथ सोसायटी के टावर नंबर 5 फ्लैट के फ्लैय संख्या 1001 में की जा रही थी। आरोपी राहुल ने फ्लैट में उन्नत तकनीक से गांजे की खेती का इंतजाम कर रखा था और इसकी सप्लाई डार्क वेब के जरिए कर रहा था। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने फ्लैट से गांजे के कई पौधे और खेती में इस्तेमाल होने वाले आधुनिक उपकरण बरामद किए हैं।
काम करने का तरीका
आरोपी अंग्रेजी विषय से परास्नातक है जो इंटरनेट का अच्छा जानकार है। जिसने इंटरनेट एवं सोशल मीडिया के माध्यम से कैनाबिस के पौधो की खेती करनी सीखी। विदेशी वैबसाइट सीड्समैन के माध्यम से आनलाइन आर्डर कर कैनाबिस के बीज़ को आयात किया गया और पेपल एप्प के माध्यम से पैसों का लेन देन हुआ। जिसके पश्चात अपने फ्लैट में एयर कंडीनर की मदद से एक निश्वित तापमान 24 से 28 डिग्री सैल्सियस पर फूल स्पेक्ट्रम प्लांट ग्रोइग लाइट की सहायता से कैनाबिस के बीजों को गमलों में प्रत्यारोपित कर कैनाबिस की फसल तैयार की। बीज/खादा रसायन/ कीटनाशक /बिजली आदि की कुल लागत लगाकर एक पौधे पर करीब 05 से 07 हजार रूपये का खर्च आता है। जिससे करीब 30 से 40 ग्राम ओजी प्राप्त हो जाता है। जिसकी बाजार में कीमत 60 से 80 हजार रुपये के लगभग होती है। राहुल डार्क वैध के माध्यम से अपने ग्राहकों तक इसकी सप्लाई करता था। इस प्रकार अभियुक्त अपने फ्लैट में कैनाबिस की खेती कर मुनाफा कमाकर अवैध धन अर्जित कर रहा है।
कालेधन की कमाई की बना था जरिया
पुलिस का कहना है कि राहुल गांजे की इस खेती से बड़े पैमाने पर काले धन की कमाई कर रहा था। आरोपी ग्राहकों से संपर्क और सौदे के लिए डार्क वेब का सहारा लेता था। इसी वजह से आरोपी पुलिस की नजरों से बच रहा था। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है कि कहीं और भी इस प्रकार की गतिविधियों में अन्य लोग शामिल तो नहीं हैं।
पहली बार पकड़ में आया इस तरह का मामलापुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह पहली बार है जब इतनी उन्नत तकनीक से फ्लैट में गांजे की खेती पकड़ी गई है। इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।

 

 

 

 

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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