नोएडा में बुजुर्ग महिला को 56 घंटे डिजिटल अरेस्ट करके साइबर जालसाजों ने 65 लाख ठगे
नोएडा (federal bharat news): तमाम जागरुकता और पुलिस की सक्रिया के बावजूद डिजिटल अरेस्ट करके साइबर ठगी के मामले थम नहीं रहे हैं। ताजा मामला नोएडा में रहने वाली बुजुर्ग महिला है, जिन्हें साइबर जालसाजों ने ठगी का शिकार बनाया है। बुजुर्ग महिला को लगभग 56 घंटे डिजिटल अरेस्ट रखा गया और 65 लाख रुपए की ठगी कर ली गई।
ड्रग्स का डर दिखाकर कराया पैसा ट्रांसफऱ
जानकारी के अनुसार, महिला को विदेश भेजे जा रहे पार्सल में ड्रग्स बताकर डराया गया था। इस संबंध में नोएडा के सेक्टर 128 में रहने वाली महिला चांद ने सेक्टर 36 साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
दिखाया था मामले में फंसाने का डर
पुलिस में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार 13 जुलाई को सुबह 11 बजे फेडेक्स मुंबई ब्रांच से बताते हुए अमित कुमार नाम के व्यक्ति की कॉल आई। उसने कहा कि आपके विदेश भेजे जाने वाले पार्सल में ड्रग्स, क्रेडिट कार्ड और पासपोर्ट समेत अन्य सामग्री आपत्तिजनक है। मैंने बताया कि ऐसा कोई पार्सल नहीं भेजा गया है। साइबर ठग ने मुझे धमकाया। कहा कि बड़ी मुश्किल में फंस सकती हैं। हम आपको बाहर निकाल सकते हैं, बस जांच में सहयोग करें। इसके लिए मुंबई के पुलिस अधिकारियों से संपर्क के लिए कहा गया। जांच के बाद मामले से बेदाग निकालने का भरोसा भी दिलाया।
पैसा ट्रांसफर के दौरान प़ड़ा अस्थमा का दौरा
महिला के अनुसार, डर की वजह से मुझे अस्थमा का दौरा पड़ा। ठगों ने ऐसा जाल कसा कि एफडी तुड़वाकर 40 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिये। इसके अलावा अलग-अलग 25 लाख ट्रांसफर कराए। इसके बाद भी डिमांड करते रहे। इनकार करने पर मुझे फर्जी गिरफ्तारी वारंट भेज दिया। इसके बाद मैंने पैसा नहीं दिया।
पुलिस नहीं करती डिजिटल अरेस्ट : प्रीति यादव
एसीपी साइबर क्राइम प्रीति यादव ने कहा कि पुलिस कभी भी किसी मामले में आरोपित को डिजिटल अरेस्ट नहीं करतीहै। यदि डिजिटल अरेस्ट के नाम पर कोई कॉल आए तो किसी भी नंबर पर पैसा ट्रांसफर न करें। इन नंबरों को तुरंत ब्लाक करें। घटना के बारे में तत्काल पुलिस को सूचित करें।