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उद्घाटनः गलगोटिया विश्वविद्यालय में पांच दिवसीय स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन प्रतियोगिता का हुआ भव्य आगाज

केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्य विशिष्ट व्यक्तियों ने किया प्रतियोगिता समारोह का उद्घाटन

ग्रेटर नोएडा। गलगोटिया विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा में वीरवार भारत सरकार द्वारा प्रायोजित पांच दिवसीय स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन प्रतियोगिता का भव्य आगाज हुआ। इसका उद्घाटन केंद्र सरकार के शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के मुख्य नवाचार अधिकारी डॉ. अभय जेरे, उच्च शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश सरकार की प्रमुख सचिव मोनिका एस गर्ग ने किया।

इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुनील गलगोटिया, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ध्रुव गलगोटिया, कुलपति प्रो० डॉ० प्रीति बजाज, उपकुलपति डॉ० अवधेश कुमार, कुलसचिव नितिन गौड़ सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

शिक्षा राज्य मंत्री डॉ० सुभाष सरकार ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि गलगोटिया विश्वविद्यालय में आए हुए सभी युवा इनोवेटर्स का मैं स्वागत करता हूँ। हम सभी का सौभाग्य है कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2022 ग्रैंड फिनाले के सभी ७५ नोडल सेंटर का उद्घाटन गलगोटिया विश्वविद्यालय से किया गया।

प्रो० अनिल सहस्रबुद्धे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2017 में एक बीज रोपित किया था जो आज एक बड़े वट वृक्ष के रूप में हमारे सामने है। उन्होंने कहा कि शुरुआत में 25 से 30 हैकाथॉन सेंटर ही चल रहे थे लेकिन आज इनकी संख्या बढ़ कर ७५ हो गई है। हमने 2020 कोविड के समय में भी हैकाथॉन का ऑनलाइन आयोजन कर विश्व स्तर पर कीर्तिमान स्थापित किया है।

मोनिका एस० गर्ग ने कहा कि हैकाथॉन कार्यक्रम प्रधानमंत्री के भारत को 2047 तक सुपर पॉवर बनाने के विजन को सफल करने में सहायक सिद्ध होंगे।

नवाचार अधिकारी डॉ० अभय जेरे ने कहा कि पूरे देश में 75 हैकाथॉन नोडल सेंटर में जितने भी प्रतिभागी है मैं उन सभी का धन्यवाद करता हूँ कि यह उनके कठिन परिश्रम का ही परिणाम है की आज पूरे देश में ७५ नोडल सेंटर पर हैकाथॉन का आयोजन संभव हो पाया है। साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ध्रुव गलगोटिया और कुलपति डॉ० प्रीति बजाज के महत्वपूर्ण योगदान के लिए सराहना की।

परसिस्टेंट सिस्टम कंपनी के संस्थापक डॉ० आनंद देश पांडेय ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर सभी को शुभकामनाए दी।

कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ० प्रीति बजाज ने किया। यह हैकाथॉन प्रतियोगिता आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर और आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की इनोवेशन सैल के संरक्षण में आयोजित की जा रही है। भारत सरकार के द्वारा स्मार्ट इंडिया हैकथॉन को 2017 में दोनों विधाओं हार्डवेयर और सॉफ्टवेर के रूप में शुरू किया गया था। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2022 प्रतियोगिता के इस पाँचवे हार्डवेयर संस्करण को गलगोटियाज विश्वविद्यालय नोडल सेंटर के रूप में आयोजित कर रहा है। जिसमें आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, केरल, राजस्थान, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना इन सभी राज्यों से कुल 22 टीमों के 140 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। ये सभी छात्र अगले पांच दिनों तक शिक्षा मंत्रालय, इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, जल शक्ति मंत्रालय (भारत सरकार) के द्वारा निर्धारित स्मार्ट एजुकेशन, स्मार्ट ऑटोमेशन, कृषि खाद्य तकनीकी और ग्रामीण विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर कार्य करेंगें।

यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सैल के द्वारा छात्रों को सरकार, मंत्रालयों, विभागों, उद्योगों और अन्य संगठनों की गंभीर समस्याओं को हल करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी पहल है। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन दुनिया के सबसे बड़े ओपन इनोवेशन मॉडल के रूप में प्रसिद्ध है। और यह छात्रों के बीच उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान की संस्कृति को विकसित करता है। इस वर्ष स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन दोनो विधाओं सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर रूप से पेश किया गया है। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2022 हार्डवेयर ग्रैंड फिनाले 25 अगस्त से 29 अगस्त तक निर्धारित किया गया है। जिसमें 2033 टीमों के 15000 से अधिक छात्र राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेकर मंत्रालयों, विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों और निजी सहित कुल 62 संगठनों से प्राप्त 476 समस्याओं के समाधान पर कार्य करेंगें। सभी पांचों प्रॉब्लम स्टेटमेंट की विजेता टीमों को एक लाख रूपये का नगद पुरस्कार दिया जाएगा।  स्वतंत्रता के ७५ वर्ष पूरे होने पर हम सभी “आजादी का अमृत महोत्सव” मना रहे हैं यह एक संयोग ही है कि इस प्रतियोगिता के दौरान भी विश्वविद्यालय के 75 शिक्षक स्वयं सेवक ७५ छात्र स्वयं सेवक और 75 ई-सेल के छात्र दिन रात अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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