परस्पर संवादः पुलिस अधिकारियों ने सुनीं उद्यमियों व व्यापारियों की समस्याएं
पहले चरण में लिपिबद्ध की गई समस्याएं और शिकायतें, दूसरे चरण में साइबर अपराध से संबंधित दी गई जानकारी
नोएडा। नोएडा के सेक्टर 108 स्थित पुलिस कमिश्नरेट के ऑडिटोरियम हाल में गौतमबुद्ध नगर जिले के उद्यमियों एवं व्यापारियों की समस्याओं एवं शिकायतों के तुरंत निस्तारण के उद्देश्य से परस्पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
हर महीने सुनी जाती है समस्याएं
गौरतलब है कि प्रत्येक तीन महीने में पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह जिले के उद्यमियों एवं व्यापारियों से परस्पर संवाद कर उनकी समस्याओं का निराकरण करने की कार्यवाही करते हैं। दूसरी ओर डीसीपी स्तर पर हर महीने उद्यमियों एवं व्यापारियों की समस्याओं को सुनकर निराकरण की जाती है।
सुनीं गई समस्याएं व शिकायतें
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह की अध्यक्षता में आयोजित शनिवार को परस्पर संवाद कार्यक्रम के प्रथम चरण में जनपद के उद्यमियों एवं व्यापारियों की समस्याओं को सुना गया। संबंधित अधिकारियों ने समस्याओं को लिपिबद्ध किया। दूसरे चरण में पुलिस कमिश्नरेट की साइबर सेल टीम के अधिकारियों ने व्यापारियों एवं उद्यमियों को साइबर क्राइम से बचाने के उद्देश्य से विस्तृत जानकारी दी।
उद्यमियों ने पुलिस सराहना की
आज की आयोजित परस्पर संवाद कार्यक्रम में अधिकतर उद्यमियों एवं व्यापारियों ने पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कार्यों की सराहना की। उद्यमी प्रतिनिधियों ने कहा कि पुलिस कमिश्नरेट बनने के बाद जिले में औद्योगिक विकास का माहौल बन रहा है। इसके परिणाम सामने आ रहे हैं। वर्तमान में औद्योगिक इकाइयों में महिला कर्मचारियों की संख्या बहुत बढ़ी है। यह जिले में औद्योगिक विकास के लिए अच्छे माहौल की पहचान है और जिले की पुलिस द्वारा उद्यमियों एवं व्यापारियों की समस्याओं का तत्काल समाधान भी किया जा रहा है। नोएडा की यातायात व्यवस्था दिल्ली से भी अधिक सुदृढ़ हुई है।
व्यापारियों ने समस्य़ाएं बताईं
आयोजित परस्पर संवाद कार्यक्रम में कुछ व्यापारियों ने छोटी-छोटी समस्याओं जैसे औद्योगिक क्षेत्र में अतिक्रमण, मोबाइल साइकिल चोरी, तिगरी गोल चक्कर अन्य एक दो चौराहों पर जाम की स्थिति, नए औद्योगिक क्षेत्र में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने आदि समस्याओं की जानकारी पुलिस कमिश्नर को दी।
अपराधियों के खिलाफ होगी सख्त कार्यवाही
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने जिले के उद्यमियों एवं व्यापारियों की समस्याएं सुनने के बाद अपने संबोधन में कहा कि जिले के औद्योगिक विकास में और अधिक तेजी लाने के उद्देश्य से उद्यमियों एवं व्यापारियों की समस्याओं का निराकरण एवं उनको सुरक्षा प्रदान करना पुलिस का मुख्य दायित्व है और कमिश्नरेट के अधिकारी एवं पुलिस कर्मचारी औद्योगिक विकास को लेकर निरंतर स्तर पर उद्यमियों की समस्याओं का निराकरण भी बहुत ही गंभीरता के साथ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि परस्पर संवाद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उद्योगी स्वतंत्र एवं मजबूती से अपने उद्योगों को चला सकें। औद्योगिक इकाइयों को प्रभावित करने में यदि कोई भी आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति किसी प्रकार की भी घटना करेंगे तो पुलिस उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करेगी। उन्हें जेल भेजा जाएगा।
व्यापारियों को दी सलाह
उन्होंने कुछ घटनाओं के दृष्टिगत रखते हुए उद्यमियों एवं व्यापारियों का आह्वान किया कि संबंधित घटनाओं में घर का भेदी लंका ढाए कहावत चरितार्थ हुई हैं। उन्होंने सलाह दी कि उद्यमी एवं व्यापारी अपने-अपने संस्थानों में सीसीटीवी कैमरे लगवाएं। उनका नियमित संचालन हो, जो कर्मचारी उनके यहां कार्य कर रहे हैं सभी का शत-प्रतिशत पुलिस वेरिफिकेशन कराएं। इससे उद्यमियों के साथ घटने वाली घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकेगा।
संस्थानों में फायर सेफ्टी की व्यवस्था हो
उन्होंने यह भी कहा कि औद्योगिक इकाइयों एवं व्यापारिक संस्थानों में फायर सेफ्टी की व्यवस्था मानकों के अनुरूप हो ताकि आगजनी की घटनाएं घटित न होने पाए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदूषण को लेकर एनजीटी के नियमों का पालन सभी इकाई करें। उन्होंने आश्वस्त किया कि औद्योगिक क्षेत्र में पुलिस बीट को और अधिक मजबूत बनाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
डीसीपी ने किया कार्यक्रम का संचालन
कार्यक्रम का संचालन डीसीपी मुख्यालय रामबदन सिंह ने किया। संवाद कार्यक्रम के दौरान अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था रवि शंकर छबि, अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय भारती सिंह, डीसीपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद, डीसीपी नोएडा हरीश चंदर, डीसीपी ग्रेटर नोएडा अभिषेक वर्मा व अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।