हस्तक्षेपः ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने ऐस ग्रुप बिल्डर को दिए आदेश
आखिर ऐस ग्रुप को ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने क्या और क्यों आदेश दिए
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने ऐस ग्रुप को एओए (एपार्टमेंट्स ऑवनर्स एसोसिएशन) को IFMS (इंटरेस्ट फी मेंटिनेंस सेक्यूरिटी) हस्तांतरित करने का आदेश दिया है। यह धनराशि दो सप्ताह में ऐस ग्रुप बिल्डर को एओए के खाते में स्थानांतरित करनी होगी।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थिति ऐस सिटी के आईएफएमएस की धनराशि स्थानांतरित नहीं करने का मामला ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के पास गया था। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने कई बैठकों और दोनों पक्षों की दलीलें सुनीं। एओए ने ऐस सिटी सोसाइटी के लगातार फॉलोअप करने के बाद ACE INFRACITY बिल्डर के आईएफएमएस की धनराशि को एओए को स्थानांतरित नहीं करने के कारनामे को उजागर किया गया। एओए ने ग्रेनो विकास प्राधिकरण से बिल्डर को IFMS की धनराशि एओए के गठन के बाद भी नहीं देने का मामला उठाया था। कायदे से यह धनराशि बिल्डर को एओए के गठन के तुरंत बाद ही दे देना चाहिए था, वह नहीं दिया। इस धनराशि की मांग एओए ने कई बार बिल्डर से की लेकिन वह सुन ही नहीं रहा था और न ही उसने यह धनराशि स्थानांरित की।
दोनों पक्ष की दलीलों को सुनने के बाद ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने इस मामले में हस्तक्षेप किया है और आदेश पारित किया। पारित आदेश में कहा गया है कि ACE Infracity BUILDER आईएफएमएस की पूरी धनराशि एओए को अगले दो हफ्ते में एओए के खाते में हस्तांतरित करें।