जांचः तीन मेडिकल स्टोरों में हुई दवाओं की जांच
छह दवाओं के नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया
नोएडा। गौतमबुद्ध नगर जिले के मेडिकल स्टारों पर मानकों के अनुरूप दवाओं जांच के लिए औषधि निरीक्षक ने तीन मेडिकल स्टोरों की जांच की और 6 दवाओं के नमूने लिए। दवाओं के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है।
जिले के मेडिकल स्टोरों पर मानकों के अनुरूप दवाओं की पलब्धता एवं गुणवत्ता बनाए रखने के उद्देश्य से खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने पिछले दिनों 16 जुलाई को औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने नोएडा सेक्टर 5 और सेक्टर 19 स्थित तीन मेडिकल स्टोरों की जांच की। इस दौरान उन्होंने 6 दवाओं नमूने लिए और उन्हें जांच के लिए भेज दिया।
दवाओं के नमूने लेकर जांच को भेजा गया
उन्होंने बताया कि बदलते मौसम में कारण बुखार, खांसी और अन्य बीमारियों में प्रयुक्त दवा की गुणवत्ता एवं संबंधित क्रय-विक्रय अभिलेखों की जांच के क्रम मे हरोला सेक्टर 5 स्थित अग्रवाल मेडिकोज से दो (एक आई ड्रॉप और एक टिंक्चर) दवाओं क नमूने लिए गए। ग्रेस मेडिकल स्टोर से एंडोनॉर्म दवा का नमूना लिया गया। इसी प्रकार औषधि निरीक्षक ने सेक्टर 19 स्थित हेल्थ प्लस फार्मेसी मेडिकल स्टोर की जांच की और तीन दवाओं के नमूने लिए। इनमें से (एक एसिडिटी एवम अन्य दो डिप्रेशन दूर करने की दवा) के नमूने लिए।
बिल पेश नहीं कर सका मेडिकल स्टोर संचालक
उन्होंने बताया कि मौके पर इन दवाओं के बिल प्रस्तुत नहीं करने पर सभी दवाओं के क्रय बिलों को अगले तीन दिनों के अंदर सत्यापन के लिए प्रस्तुत करने के लिए निर्देश दिया गया है। औषधि निरीक्षक ने बताया की बदलते मौसम में काम आने वाली बुखार, संक्रमण, दर्द निवारक एवं अन्य औषधियां मेडिकल स्टोरों में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
जांच रिपोर्ट आने के बाद होगी अगली कार्यवाही
औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने अवगत कराया की क्रय विक्रय अभिलेखों की जांच यह सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है कि किसी भी मेडिकल द्वारा किसी बिना या अवैध लाइसेंस धारी को औषधि का क्रय विक्रय तो नहीं किया जा रहा है। नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। जिनकी रिपोर्ट आने पर एवं विवेचना करने पर आग्रिम कार्यवाही औषधि एवम् प्रसाधन अधिनियम 1940 के अन्तर्गत नियमानुसार की जाएगी।
मेडिकल स्टोरों की जांच का चलेगा अभियान
उन्होंने कहा कि जिले में सभी प्रकार की दवाएं मानकों एवं गुणवत्ता के साथ मेडिकल स्टोरों पर बिक्री सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से आगे भी इसी प्रकार अभियान चलाए जाएंगे। इसके तहत मेडिकल स्टोरों की जांच की जाएगी।