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न्यायः आजम खां को तीन साल की सजा, 25 हजार रुपये जुर्माना भी

कौन हैं आजम खां, क्यों हुई तीन साल की सजा और जुर्माना

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक आजम खां को रामपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट ने भड़काऊ भाषण (हेट स्पीच) देने के मामले में तीन साल की सजा सुनाई है। इसी के साथ ही उन पर 25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।

क्या है मामला

मामला 2019 के लोकसभा चुनाव के समय का है। जुलाई के अंत में भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने सपा नेता आजम खां के खिलाफ भड़काऊ भाषण (हेट स्पीच) देने का मामला दर्ज कराया था। सक्सेना का आरोप था की आजम खां ने रामपुर जिले की मिलक विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और तत्कालीन जिलाधिकारी के खिलाफ भड़काऊ भाषण (हेट स्पीट) दिया था। उनका भाषण में बेहद आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया था।

आज ही दोषी करार दिया गया था

रामपुर एमपी/एमएलए कोर्ट ने सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां को हेट स्पीच मामले में आज बृहस्पतिवार को ही दोषी करार दिया था। अदालत ने उन्हें सजा देने के लिए लंंच बाद का समय निर्धारित किया था। लंच के बाद जब अदालत बैठी तब उन्हें उपरोक्त सजा सुनाई गई। जिस समय सजा सुनाई जा रही थी उस समय अदालत में आम लोगों की भी काफी भीड़ थी। लोग सजा सुनने को काफी उत्सुक थे।

 

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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