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खिले चेहरेः किन्नर कौशल ने गरीब महिलाओं के साथ मनाई धनतेरस

कहा, दीपावली पर भी गरीब महिलाओं के बीच जाकर सबसे पहले उनकी दिवाली मनवाएंगी

नोएडा। कहते हैं न जब दिल में जज्बा और जुनून हो, समाज सेवा का मन हो तो अपना त्यौहार क्या पहले गरीबों का हाल जाना जाता है। यही किया नोएडा की किन्नर कौशल ने। नोएडा के सेक्टर 42 में अचानक ऐसी महिलाओं के पास पहुंची जो महिला सड़क के किनारे बैठकर मांग रही थी लेकिन उन्हें क्या पता था कि एक महिला फरिश्ता बनकर हमारे पास आएगी और उन्हें धनतेरस के अवसर पर साड़ी के रुप में  उपहार देगी।

धनतेरस पर पहुंची गरीब महिलाओं के बीच

नोएडा की सड़कों पर गरीब महिलाओं के बीच उनका हाल जानने के लिए धनतेरस के अवसर किन्नर कौशल पहुंची। उनका कहना है कि धनतेरस पर सबको आस लगी रहती है लेकिन जितना मुझसे होता है मैं गरीबों के लिए करती हूं।

तोहफे में दी साड़ियां

किन्नर कौशल नोएडा की सड़कों पर मांग रही महिलाओं के बीच अचानक पहुंचकर तोहफे में उन्हें साड़ियां भेंट की। उनका हाल भी जाना।

शुक्रिया अदा किया महिलाओं ने

किन्नर कौशल गरीब लोगों की मदद के लिए हमेशा खड़ी रहती हैं। किन्नर कौशल रात में ही सड़क के किनारे बैठे गरीब महिलाओं का हाल जान रही हैं। अचानक उपहार पाकर गरीब महिलाओं ने किन्नर कौशल का शुक्रिया अदा किया है। किन्नर कौशल का कहना है कि वह दिवाली पर भी गरीबों के बीच जाएंगी और पहले गरीबों की दिवाली  मनवाएंगी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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