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किसान आंदोलनः किसानों को समर्थन देने आप के संजय सिंह व आसपा अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण महापड़ाव स्थल पहुंचे

ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर किसानों का 50वें दिन महापड़ाव जारी, राजनीतिक दलों समेत कई संगठनों के लोगों ने किसानों के आंदोलन को दिया समर्थन

ग्रेटर नोएडा। किसान सभा के आह्वान पर ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर महापड़ाव डाले किसानों को आम आदमी पार्टी (आप), आजाद समाज पार्टी (आसपा) सहित विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों का समर्थन मिला। आप के उत्तर प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, आसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण महापड़ाव स्थल पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को समर्थन देने की घोषणा के साथ ही उन्हें संबोधित भी किया।

 

 

 

 

 

किसानों ने किया प्रदर्शन

ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर किसानों का महापड़ाव (धरना) आज 50वें दिन में प्रवेश कर गया। मंगलवार को काफी संख्या में लोग एकत्र होकर धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने प्राधिकरण के विरुद्ध जोरदार प्रदर्शन किया। आज के धरने का नेतृत्व जगदीश नंबरदार ने और संचालन टीकम नागर व मास्टर रणबीर सिंह ने किया।

कई संगठनों का मिला साथ

किसानों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद रावण, आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, किसान नेता पूनम पंडित, सीटू की राष्ट्रीय सचिव एआर सिंधु, किसान सभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष व पूर्व विधायक कृष्णा प्रसाद, समाजवादी पार्टी (सपा) के जिले के वरिष्ठ नेता, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद), कांग्रेस सहित विभिन्न संगठनों के लोगों ने महापड़ाव स्थल पर पहुंचकर अपना और अपने की ओर से किसानों के आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की।

किसान-मजदूर हो रहे जागृति

महापड़ाव स्थल पर पहुंचे आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर रावण ने कहा कि अब किसान और मजदूर अपनी समस्या को समझने लगे हैं। वे वह एकजुट होकर अपने हकों के प्रति जागृत हो रहे हैं। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि इन किसानों के उनके अधिकारों को दे दो। जो किसान जेल में बंद हैं उन्हें जल्द से जल्द बिना शर्त के रिहा किया जाए वरना आजाद समाज पार्टी एक सप्ताह बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर तालाबंदी करने का कार्य करेंगी। उन्होंने दोहराया कि जेल में जो हमारे किसान बंद हैं उनको जेल प्रशासन प्रताड़ित न करे वरना बड़ी संख्या में धरनास्थल से जेल भरो कार्यक्रम चलाया जाएगा। प्रशासन ने धरनास्थल से जो किसानों का सामान जब्त किया है उसे जल्द से जल्द लौटा दे।

सभी चीजें अडानी के नाम की जा रही

आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश के प्रभारी एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री देश को अडानी के हाथ गिरवी रखना चाहते हैं। सभी चीजें अडानी के नाम की जा रही हैं। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, बस स्टॉप, पोर्ट आदि सभी को अडानी को दिया जा रहा है। ऐसा लगता है कि देश के अंदर लोकतंत्र न होकर अडानी का राज हो। किसानों और मजदूरों को उनका हक नहीं मिल रहा है। उसको अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर संघर्ष करना पड़ रहा है। उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। क्या इस तरीके से भारत विश्व गुरु बनेगा?

किसानों के साथ अन्याय नहीं करें अधिकारी

संजय सिंह ने ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को चेतावनी दी कि वे किसानों के साथ अन्याय नहीं करें। आप भी अवश्य किसी न किसी किसान परिवार से आते होंगे और किसान परिवार की पीड़ा क्या होती है उससे आप भली-भांति वाकिफ होंगे। सरकारें तो आती-जाती रहती हैं परंतु आप लोगों को सरकार के इशारे पर काम न कर न्याय के सिद्धांत पर कार्य करना चाहिए।

डीएम कार्यालय पर किया प्रदर्शन

सीटू की राष्ट्रीय सचिव एआर सिंधु के नेतृत्व में अनुराग सक्सेना, गंगेश्वर दत्त शर्मा, रामसागर, मुकेश कुमार राघव आदि सीटू कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी (डीएम) कार्यालय पर प्रदर्शन कर किसानों की बिना शर्त रिहाई, धरनास्थल से जब्त किए गए सभी सामानों के वापसी और किसान-मजदूर आंदोलन में पुलिस का अनावश्यक हस्तक्षेप को तत्काल बंद कराने की मांग की। उन्होंने इस सिलसिले में जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भी दिया।

महापड़ाव में लिया भाग

जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन देने के बाद सीटू नेता और कार्यकर्ता किसानों के महापड़ाव स्थल पर गए और किसान महापड़ाव में हिस्सा लिया। किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए सीटू नेता एआर सिंधु ने सरकार व प्राधिकरण की मजदूर किसान विरोधी नीतियों पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि मजदूर-किसान आंदोलन में पुलिस का अनुचित हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मुद्दे को लेकर हम बड़ा आंदोलन करेंगे।

जनप्रतिनिधि नहीं कर रहे जिम्मेदारी का निर्वहन

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने कहा कि हमारे क्षेत्र के जनप्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं। उन्हें यह नहीं दिखाई दे रहा है कि कितनी भीषण गर्मी में भी पूरे परिवार के साथ 50 गांवों के किसान महिला, पुरुष, बच्चे, बूढ़े सभी इस धरने में शामिल हैं। उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वह बाहर निकलकर आए और किसानों की समस्याओं का निराकरण करें। इन्हीं किसानों ने उन्हें भारी बहुमत से जिताकर सदनों में अपनी आवाज उठाने के लिए भेजा है।

बच्चे भी हैं धरने में शामिल

किसान सभा के जिला सचिव जगबीर नंबरदार ने कहा कि पिछले 50 दिनों से किसान इस धरने पर बैठे हुए हैं। इस क्षेत्र से भारी संख्या में दिन और रात लोग जुटे हुए हैं लोकतंत्र में किसानों का यह अधिकार है कि वह अपनी आवाज सुनाने के लिए धरना दे सकते हैं परंतु ना ही तो प्राधिकरण को ना ही सरकार को इन लोगों के हक और अधिकार की चिंता है छोटे-छोटे बच्चे धरने में आ रहे हैं बुजुर्ग इस धरने में शामिल हैं। अगर ऐसी भयंकर गर्मी में कोई अनहोनी हो गई तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी जो लोग धरने में प्रमुख रूप से भूमिका निभा रहे हैं उन्हें अलग अलग तरीका से प्रताड़ित किया जा रहा है फर्जी मुकदमे उन पर लगाए जा रहे हैं डराया जा रहा है धमकाया जा रहा है यह लोकतंत्र की हत्या जैसा है।

धरने में प्रमुख रूप से थे शामिल

आज के धरने में मुख्य रूप से नरेंद्र भाटी सुनील फौजी हरेंद्र खारी सुधीर भाटी इंद्र प्रधान जनार्दन भाटी प्रकाश प्रधान राजेश प्रधान रविंद्र भाटी संदीप थापखेड़ा एमपी यादव सतीश यादव अजय एड० डॉक्टर महेंद्र नागर अजय चौधरी सुरेंद्र पंडित रीना भाटी कुसुम रेखा रावल संगीता रावल सुनीता बबीता सुशील प्रधान बबली गुर्जर विकास गुर्जर राजीव नगर नरेंद्र प्रधान अक्षय चौधरी अविनाश भाटी मोहित नागर सुशांत भाटी आकाश नगर, अजय पाल भाटी, सतीश यादव, जनवादी महिला समिति की नेता आशा यादव रेखा चौहान चंदा बेगम गुड़िया देवी सहित हजारों की संख्या में लोग शामिल थे।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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