किसान आंदोलनः रालोद का प्रतिनिधिमंडल किसानों के बीच पहुंचा, आंदोलन को तेज करने का प्रस्ताव पारित
रालोद प्रतिनिधिमंडल पुलिस आयुक्त से भी मिला, जल्दी ही बिना शर्त रिहा होंगे किसान, दर्ज मुकदमें वापस होने का भी मिला आश्वासन
ग्रेटर नोएडा। किसान सभा के आह्वान पर यहां ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर पिछले 56 दिनों से महापड़ाव डाले किसानों ने आज सोमवार को आंदोलन को और तेज करने का प्रस्ताव पारित किया। उधर, राष्ट्रीय लोकदल का प्रतिनिधिमंडल पुलिस आयुक्त से मिलकर किसानों के बीच पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल ने सभा को संबोधित भी किया। किसानों द्वारा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के विरुद्ध चलाए जा रहे धरने के आज 56 वे दिन किसान सभा के नेताओं ने धरनास्थल (महापड़ाव) पर ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस प्रशासन के कार्यों की निंदा करते हुए आंदोलन को तेज करने का प्रस्ताव पारित किया।
रालोद प्रतिनिधिमंडल किसानों के बीच पहुंचा
आज सोमवार आज को महापड़ाव स्थल पर राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव सुखबीर गठिना, हस्तिनापुर क्षेत्र के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह चेयरमैन, विधायक दल के नेता विधायक राजपाल बालियान, खतौली से विधायक मदन भैया, छपरौली से विधायक डॉ.अजय कुमार, मेरठ मंडल के अध्यक्ष इंद्रवीर भाटी, वरिष्ठ नेता अजीत दौला, जिला अध्यक्ष जनार्दन भाटी आदि शामिल थे। इनके सहित अन्य सैकड़ों की संख्या में रालोद कार्यकर्ता भी भी पहुंचे।
यहां किसानों को संबोधित करते हुए खतौली से विधायक मदन भैया ने उन्हें जानकारी दी कि कहा कि हम महापड़ाव (धरनास्थल) पर पहुंचने से पहले गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह से भी मिलकर यहां आए हैं। पुलिस कमिश्नर ने रालोद के प्रतिनिधि मंडल को उन्हें आश्वस्त किया है कि जल्दी ही जेल में बंद किसानों को बिना शर्त रिहा कर दिया जाएगा। बाद में जिन लोगों पर मुकदमें दर्ज हुए हैं उनमें कोई खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी।
प्राधिकरण पर धोखा देने का आरोप
मदन भैया ने किसानों को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि क्षेत्र के किसानों की यह पीड़ा वर्षों से लंबित है। प्राधिकरण ने यहां के किसानों के साथ धोखा किया है। हम किसानों की समस्याओं को विधानसभा के सदन में सत्र के दौरान उठाएंगे। इसी के साथ ही अपने (रालोद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। उन्हें धरनारत किसानों के बीच जल्दी ही लाएंगे। उन्होंने कहा कि रालोद किसानों और मजदूरों की हितैषी पार्टी है। अगर प्रदेश में कहीं भी किसानों के साथ कोई समस्या होती है तो हमारे नेता जयंत चौधरी उनके मध्य पहुंचकर उनकी समस्या का निराकरण कराने का प्रयास करते हैं। अभी वह विदेश में हैं। जैसे ही वह लौटेंगे हम उन्हे किसानों के मध्य लेकर आएंगे।
आंदोलन तेज करने का प्रस्ताव पारित
उधर, महापड़ाव स्थल पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान सभा के महासचिव हरेंद्र खारी ने जानकारी दी कि आंदोलन को और तेज करने का प्रस्ताव किसानों ने एक मत होकर पारित किया है। उन्होंने कहा कि बेगुनाह किसान नेताओं की गिरफ्तारी और किसानों पर पुलिस द्वारा दर्ज किए जा रहे मुकदमें अति निंदनीय है। पुलिस लोगों में डर पैदा कर धरने को समाप्त करने के प्रयास में है। लेकिन किसान किसी भी डरावे में आने वाले नहीं हैं। किसानों ने आंदोलन को और अधिक तेज करने का प्रस्ताव कर दिया है। इस प्रस्ताव पर अमल होगा और आंदोलन को और अधिक तेज किया जाएगा।
पुलिस मुचलके भरवा रही
उन्होंने कहा कि पुलिस निर्दोष किसानों को जेल में बंद किया हुआ है। पुलिस गांव-गांव जाकर किसानों से मुचलके भरवा रही है। मुचलके नहीं भरने पर किसानों पर फर्जी मुकदमें लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि धरनास्थल (महापड़ाव) से जो हमारा सामान जब्त किया गया था अभी तक हमें लौटाया नहीं गया है। पुलिस को समझना चाहिए कि हमारी लड़ाई प्राधिकरण से है। उन्हें किसानों को न्याय दिलाने के लिए कार्य करना चाहिए न कि प्राधिकरण के पक्ष में खड़े होकर किसानों का अहित करना चाहिए।
सरकार चाहे तो हो सकता है निराकरण
किसान नेता जगबीर नंबरदार ने कहा कि किसानों की समस्याओं का निराकरण ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और सरकार से ही संभव है। पुलिस बेवजह लोगों को परेशान कर रही है। यह न्यायोचित नहीं है। किसान पिछले 56 दिनों से शांतिपूर्वक अपने धरने को चला रहे हैं। इसके बावजूद उन्हें परेशान किया जा रहा है। उनके घर वालों को परेशान किया जा रहा है जबकि किसानों का रवैया हमेशा से सहयोगात्मक रहा है। उन्होंने कभी भी वार्ता का दौर बंद नहीं किया। सत्ता के प्रतिनिधियों को आगे बढ़कर किसानों की समस्याओं का निराकरण करना चाहिए।
जल्दी ही आगे के कार्यक्रम की होगी घोषणा
उन्होंने कहा कि हम जल्द ही आगे के कार्यक्रम की घोषणा करने वाले हैं। हमें तमाम राजनीतिक पार्टियों के बड़े नेताओं के आने की सूचना है। वह हम से लगातार समय मांग रहे हैं। हम कल मंगलवार में अपनी कमेटी की बैठक कर आगे की महापंचायत की घोषणा करेंगे। उसमें तमाम राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, सभी किसान यूनियनों को आमंत्रित किया जाएगा।
धरने में ये लोग थे शामिल
आज के धरने में मुख्य रूप से मास्टर रणवीर सिंह, आशा यादव, चंदा बेगम, चतर सिंह, अजब सिंह नेताजी, राजेश प्रधान, नरेंद्र भाटी, सतीश यादव, तेजपाल प्रधान, तिलक देवी, पूनम देवी, राजेश्वरी, विकास गुर्जर, रमेश, कोमल, सुरेश, मनवीर भाटी, मनोज प्रधान, पुष्पेंद्र त्यागी, मनोज कुमार, प्रशांत भाटी, सुशांत भाटी, मोहित नागर, अजय पाल भाटी, सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।