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किसान आंदोलनः रालोद का प्रतिनिधिमंडल कल जेल में बंद किसानों से मिलने जाएगा

रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रतिनिधिमंडल का किया गठन, किसानों के धरने में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे

ग्रेटर नोएडा। किसानों पर कथित रूप से किए गए बर्बर लाठीचार्ज, धरना दे रहे किसानों की गिरफ्तारी सहित अन्य मामलों को लेकर राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) का प्रतिनिधिमंडल 9 जून को जेल में बंद किसानों से मिलेगा। रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने इस सिलसिले में प्रतिनिधिमंडल का गठन कर दिया है। उधर, ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर किसानों का महापड़ाव (धरना) आज 45 दिन भी जारी रहा। 6 जून को किसानों की गिरफ्तारी के बाद से इधर दो दिनों के धरने में किसानों की संख्या अच्छी खासी बढ़ गई है। इनमें विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों के लोग भी शामिल हो रहे हैं।

 

 

 

 

अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपेगा रालोद

राष्ट्रीय लोक दल गौतमबुद्ध नगर जिले के जिला अध्यक्ष जनार्दन भाटी ने बृहस्पतिवार को यहां जानकारी दी कि हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने एक प्रतिनिधि मंडल का गठन किया है। यह प्रतिनिधिमंडल 9 जून को जेल में बंद किसानों से मिलने जाएंगा। प्रतिनिधिमंडल अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजेगा। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे रणनीति तैयार होगी और जयंत चौधरी भी बहुत जल्द ही किसानों के बीच पहुंचेंगे।

किसानों को डराने का कार्य कर रही पुलिस

उधर, ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर किसान सभा के आह्वान पर किसानों का महापड़ाव (धरना) आज 45वें दिन भी जारी रहा। धरने के दौरान हुई सभा को किसान सभा के जिला सचिव नंबरदार ने संबोधित किया और कहा कि पुलिस हमारे लोगों को घर घर जाकर डराने का कार्य कर रही है। वह उनको धरनास्थल पर नहीं पहुंचने दे रही है। यह न्याय संगत नहीं है। पुलिस को जिन लोगों को भी गिरफ्तार करना है वह धरना स्थल पर आएं लोग गिरफ्तारी देने के लिए तैयार हैं। हम पिछले 45 दिनों से शांतिपूर्वक धरने को चला रहे हैं। हमारी समस्याओं का निदान करने के बजाए प्राधिकरण की मंशा धरने को समाप्त करने की है।

समस्या पूरे जिले के किसानों की है

किसान सभा के अध्यक्ष नरेंद्र भाटी ने दोहराया कि जब तक हमारी समस्याओं का निराकरण नहीं हो जाता तब तक हम धरना स्थल छोड़ने वाले नहीं हैं। यह समस्या पूरे जिले की है। किसानों के आंदोलन से अब लोगों की भावनाएं जुड़ती जा रही हैं। यह आंदोलन अब जन आंदोलन बन चुका है। हमारी महिलाओं की ताकत ने दिखा दिया है कि वह अब किसी भी कार्य में पुरुषों से पीछे नहीं है बल्कि नेतृत्व करने की भूमिका में है।

चंद्रशेखर रावण भी कभी भी आ सकते हैं

रवींद्र भाटी ने किसानों के मध्य पहुंचकर अपना समर्थन दिया। उन्होंने जानकारी दी कि हमने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण से बात कर ली है। उनको किसानों की इस भयंकर समस्या से अवगत करा दिया है। वह किसी भी दिन किसानों के मध्य आ सकते हैं।

किसान संघर्ष समिति ने दिया समर्थन

किसान संघर्ष समिति के मनवीर भाटी ने भी आज धरनास्थल पर पहुंचकर अपनी समिति की ओर से किसानों को समर्थन की घोषणा की। इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक इन समस्याओं का निराकरण नहीं हो जाता हम एकजुटता के साथ यह लड़ाई लड़ते रहेंगे। पूरे क्षेत्र के तमाम संगठन एक होकर इस अजगर रूपी प्राधिकरण के मुकाबले के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा की क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को किसानों की समस्याएं दिखाई नहीं दे रही हैं। हमारी महिलाएं पिछले डेढ़ महीना से सड़कों पर पड़ी हैं। पुलिस उन पर लाठियां भांज रही है। जनप्रतिनिधि बिल्कुल सत्ता के मद में चूर हैं।

इन्होंने ने भी दिया समर्थन व महापड़ाव में हुए शामिल

वेव सिटी संघर्ष समिति के सुशील प्रधान, नितिन प्रधान, टीकम नगर भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक से मनोज मास्टर, मोदीनगर से पूर्व जिला पंचायत सदस्य बबली गुर्जर, कृषक दल से अमन ठाकुर, भारतीय किसान यूनियन अंबावता से बृजेश भाटी, रणवीर मास्टर, विकास गुर्जर, रमेश रावल, पवन शर्मा, महेंद्र प्रधान, हरेंद्र खारी, संदीप भाटी, अजय पाल भाटी, प्रशांत भाटी, मोहित नागर, सुशांत भाटी, अरविंद प्रधान, सुरेश यादव, राजीव नागर सहित सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष ने भाग लिया।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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