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गिरते जलस्तर पर कोनरवा ने चिंता जताई

सभी संस्थाओं में वाटर हार्वेटिंग की जरूरत बताई, सेमिनार का निर्णय

नोएडा। कनफिडिरेशन ऑफ एनसीआर रेजिडेंट वेलफेयर एसोसियेशन (कोनरवा) की कार्यकारणी की बैठक सफदरजंग क्लब, दिल्ली में हुई। बैठक की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष पीएस जैन ने की। बैठक मेंं भू-जल के गिरते जलस्तर पर गहरी चिंता जताई गई।

बैठक में एनसीआर (राष्ट्री राजधानी क्षेत्र) के सभी शहरों में भू-गर्भ जल स्तर के कम होने पर चिन्ता व्यक्त की गई। इस समस्या पर दिल्ली के सभी जोन के, गुरुग्राम और फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ क्षेत्र के सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र में भू-गर्भ जल स्तर कम होने के बारे में चिन्ता जताई। बैठक में शामिल लोगों ने कहा कि दिनोंदिन भू-गर्भ के जल दोहन और उसके रिचार्ज नहीं होने से जलस्तर में कमी आ रही है। बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी पदाधिकरी इस मुद्दे को लेकर अपने-अपने क्षेत्र के संबंधित अधिकारियों से वार्ता कर उनको जनता की इस समस्या से अवगत कराएंगे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि इस मुद्दे पर जन जागरण के लिए स्थानीय स्तर पर प्रेस वार्ता की जाएगी। इसी के साथ ही एनसीआर के भूगर्भ जल स्तर को किस प्रकार से सुधार किया जा सकता है, इस पर भी चर्चा की गई।

बैठक में स्थानीय पदाधिकारी संबंधित सरकारी प्रतिनिधियों से मिलकर वाटर हार्वेस्टिंग (जल संचयन) के लिए ठोस कदम उठाने के लिए बातचीत करने का निर्णय लिया गया। इस बात पर भी चिंता जताई गई कि एनसीआर में घटते भूजल के स्तर को ध्यान में रखकर सभी प्राधिकरण एवम् सरकारी नियंत्रक संस्थान द्वारा आवासीय क्षेत्र मे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में नियम बना रही है परन्तु अपेक्षा अनुसार सफलता प्राप्त नहीं हो रही है।

संस्था ने सुझाव दिया कि सबसे पहले सरकारी प्रतिष्ठानों, प्रशासनिक कार्यालयों, कारपोरेट ऑफिस, कम्यूनिटी सेंटर मैरिज होम, सरकारी बंगले, कॉलेज, स्कूल, विश्वविद्यालय, हाउसिंग सोसायटियों, माल, पार्क, स्टेडियम, बस टर्मिनल रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट आदि में वाटर हार्वेस्टिंग कराए जाने चाहिए, जिसे कराना सीधे तौर पर सरकारी व प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ में है। ऐसा करने से काफी वाटर हार्वेस्टिंग होगा तथा भूजल का स्तर बढ़ जायगा। यह हर साल हमेशा होना चाहिए, इसका इंतजाम किया जाना चाहिए।

बैठक इस सम्बंध में दिल्ली में बड़ा सेमिनार आयोजित करने का निर्णय लिया गया जिसमें संबंधित केंद्रीय व राज्य सरकार के मंत्रियों तथा अधिकारीयों को बुलाया आमंत्रित किया जाए। जिससे यह समस्या संसद तक पहुंच सके। सेमिनार के आयोजन में सभी सदस्यों का विशेष सहयोग लिया जाएगा।

बैठक का संचालन महासचिव अनिल शर्मा ने किया। बैठक में ब्रिग्रेडियर (सेवानिवृत्त)  अशोक हक,  एमएल शर्मा,  एएस गुलाटी टीएन कोल, सुबोध नागपाल, पंकज अग्रवाल, कर्नल (सेवानिवृत्त) टीपी त्यागी,  मुकेश अग्रवाल, दीपक वर्मा, संजीव कुमार, पवन कौशिक, शिव शंकर राय, डॉ. एसपी जैन, अनुरंजना त्यागी आदि बैठक में शामिल थे।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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