Noida : पिछले तीन साल में फर्श से अर्श तक पहुंच गया स्क्रैप माफिया और सरिया तस्कर रवि काना, भाजपा नेत्री बेवन नागर का देवर है सरगना
Noida : स्क्रैप माफिया और सरिया तस्कर रवि काना पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी है। पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए जगह—जगह दबिश दे रही है। अपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में रवि काना की पुलिस सुरक्षा हटा ली गई। दादूपुर गांव के पूर्व प्रधान हरेंद्र नागर की साल 2015 में हत्या के बाद रवि काना और हरेंद्र नागर की पत्नी बेवन नगर को पुलिस सुरक्षा दी गई थी। रवि काना पूर्व प्रधान हरेंद्र नागर का छोटा भाई है। इससे पहले समाजवादी पार्टी में रही हरेंद्र नागर की पत्नी और रवि काना की भाभी बेवन नागर भाजपा नेत्री है। नोएडा में ऊर्जा मंत्री ने भारतीय जनता पार्टी सदस्यता दिलवाई थी। बेवन नागर और रवि काना के शिवपाल यादव से अच्छे संबंध रहे।
स्क्रैप माफियाओं पर लगाया गैंगस्टर
कई बार शिवपाल यादव बेवन नागर के घर भी आ चुके है, लेकिन यूपी में सत्ता पलट होने के बाद बेवन ने भाजपा का दामन थाम लिया। पुलिस सुरक्षा में रहने वाले रवि काना को पुलिस अब स्क्रैप माफिया बता रही है। जबकि उसकी भाभी भाजपा नेत्री हैं। पुलिस ने रवि काना समेत 16 पर गैंगस्टर की कार्रवाई की है। इनमें राजकुमार नागर, तरून छोंकर, अमन, विशाल, अवध उर्फ बिहारी उर्फ अमर सिंह, महकी नागर उर्फ महकार, अनिल, विक्की, अफसार, राशिद अली, आजाद नागर, प्रहलाद, विकास नागर, काजल झा और.मधु शामिल है।
लंबे समय से सरिया व स्क्रैप कारोबार में रहे शामिल
पुलिस कमिश्नरेट से मिली जानकारी के मुताबिक, इस गैंग के सदस्य लंबे समय से सरिया व स्क्रैप के व्यवसाय से जुड़े हैं। गैंग के सदस्यों द्वारा विभिन्न निर्माणाधीन साईटों पर जाने वाले सरिये के ट्रकों को रोककर चालक से मिलीभगत कर सरिया उतरवा लेते हैं तथा रवि नागर उर्फ रविन्द्र सिंह उर्फ रवि काना से साइट के मैनेजर को डरा धमकाकर स्टॉक बुक में पूरा वजन अंकित कराते हैं। उतारे गए सरिया को बाजार भाव से व्यापारियों को बेचकर गैंग के लिये अनुचित आर्थिक लाभ प्राप्त करते हैं। यह गैंग विभिन्न व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से निकलने वाले स्क्रैप का ठेका भी उक्त गैंग द्वारा प्रतिष्ठान के मालिकों को डरा धमकाकर मनचाही दर पर अपने गैंग के सदस्यों के लिये प्राप्त करते हैं, जिससे व्यवसायिक प्रतिष्ठान को आर्थिक नुकसान होता है और गैंग के सदस्यों को अनुचित आर्थिक लाभ मिलता है।
आरोपी गैंग लीडर रवि नागर उर्फ रविन्द्र सिंह उर्फ रवि काना एवं गैंग सदस्य उपरोक्त द्वारा मनचाही दर से स्क्रैप टेंडर को अपनी कम्पनी तथा अपने सहयोगियों की बेनामी कम्पनियों के नाम बाजार रेट का 1 से 10 प्रतिशत यानी अत्यंत न्यूनतम दर पर प्राप्त कर टेंडर छीन लेते थे। साथ ही ये डरा धमकाकर दूसरों को कंपनी में टेंडर डालने से रोकते थे। इसकी कम्पनी Prime Pressing Tools Pvt. Ltd. ने पिछले 03 वर्षो में 97 प्रतिशत की दर से अवैध तरीके से वृद्धि की है। गैंग का सरगना रवि नागर है।