लखनऊ : कोरोना मरीजों के लिए मसीहा बनी यह किन्नर ।
फिल्मों में अभिनेत्री के रूप में भी आई है यह समाज सेविका।
मदद प्राप्त करने के लिए आप भी कर सकते हैं संपर्क – 9807860146
प्रियंका सिंह रघुवंशी(अध्यक्ष) -अखिल भारतीय किन्नर आयोग लखनऊ ।
देश में कोरोना संक्रमण की वजह से चारों तरफ त्राहि-त्राहि मची हुई है। ऐसे में जब अस्पतालों में मरीजों को बेड और ऑक्सीजन सिलेंडर मिलना मुश्किल है। तो होम आइसोलेट हुई आम जनता को ऑक्सीजन उपलब्ध कराना सरकार के लिए और भी मुश्किल है। Corona काल की ऐसी गंभीर स्थिति में जनता की मदद करने के लिए कई लोग सामने आ रहे हैं। कोई खाना बांट रहा है तो कोई राशन या रुपए ।लेकिन उत्तर प्रदेश से एक ऐसा चेहरा लोगों के सामने आ रहा है जिसके काम को देखकर लोगों के मुंह से बस दुआएं ही नहीं निकल रही है। जी हां हम बात कर रहे हैं राजधानी लखनऊ की रहने वाली प्रियंका सिंह रघुवंशी की।जो एक किन्नर है और कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर देकर उनकी जान बचाने में मदद कर रही हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि देश में किन्नर समुदाय को लोग सही नजर से नहीं देखते हैं ,लोग उनका मजाक बनाते हैं। जो बिल्कुल गलत है। जिस तरह से एक आम इंसान का मजाक बनने से उसको दुख और परेशानी होती है,ठीक उसी तरह किन्नर समुदाय को भी ऐसी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, उन्हें भी तकलीफ होती है। लेकिन आज वही किन्नर समुदाय उन लोगों की जान बचाने के लिए दिन रात कड़ी मेहनत कर रहा है जो आजतक उनका मजाक बनाते रहे हैं।
जानिए कौन हैं प्रियंका सिंह रघुवंशी और किन क्षेत्रों में किया सराहनीय कार्य ?
प्रियंका सिंह रघुवंशी न केवल एक समाजसेविका हैं बल्कि एक अच्छी फ़िल्म अभिनेत्री भी हैं जिन्होंने किन्नर समुदाय और उनके जीवन पर आधारित आखिर माँ,ये कैसी सोंच ,जैसी कई फिल्में की हैं। जो बेहद तरीके से प्रदर्शित की गई हैं। प्रियंका ख़ुद भी एक किन्नर हैं। किन्नर समुदाय का जीवन कैसा होता है, समाज में उनको किस तरह से पेश किया गया है। यह सब कुछ बहुत बारीकी से इन फ़िल्मो में दर्शाया गया है। वर्तमान में प्रियंका ,शिव फाउंडेशन बोर्ड मेम्बर अखिल भारतीय किंनर आयोग लखनऊ की अध्यक्ष हैं। और अब रविवार यानी 18 अप्रैल से कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए नि:शुल्क छोटे ऑक्सीजन उपलब्ध करने का कार्य शुरू किया है।
कैसे उपलब्ध करा रही है ऑक्सीजन शिव फाउंडेशन। ?
Federal Bharat से हुई बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि जब उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत थी ,जिसके लिए उन्हें 15 हजार रुपए देना था। इस महगाई, मरीजों की हालत और उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए कोरोना संक्रमित मरीजों की मदद करने की ठानी। इस कार्य को शुरू करने के लिए उन्होंने सबसे पहले 12 लोगों की एक टीम बनाई और मीटिंग की।जिसमें यह तय किया गया कि हम सभी एक साथ मिलकर होम आइसोलेट हुए मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराएंगे। क्योंकि होम आइसोलेट हुए मरीजों को ऑक्सीजन मिलना बेहद मुश्किल होता है और कुछ लोगों की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से भी उन्हें ऑक्सीजन नहीं मिल पाता ।
उन्होंने आगे बताया कि शिव फाउंडेशन के माध्यम से 18 अप्रैल से यह काम किया जा रहा है। यह कार्य लखनऊ के अलावा कानपुर से नि:शुल्क किया जा रहा है । जिन मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता होती है ,उनके बताए गए पते पर सिलेंडर की डिलीवरी करा दी जाती है। इस डिलीवरी का भी कोई चार्ज नहीं है। इसके अलावा किसी भी तरह के मरीज को अस्पताल या मृत शरीर को उसके घर से या अंत्योष्टि स्थल तक पहुंचाया जायेगा। इन कार्यों के लिए एक एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है।
प्रियंका ने जानकारी देते हुए कहा कि ऑक्सीजन सही जगह और सही व्यक्ति को मिले इसके लिए सबसे पहले कोविड -19 जांच की रिपोर्ट देखी जाती है जिसके बाद ही उसे ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया जाता है। यह सुविधा ज्यादा से ज्यादा मरीजों को मिले इसके लिए थोड़ी -थोड़ी ऑक्सीजन ही उपलब्ध कराई जा रही है।उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि अभी तक सरकार से किसी तरह की आर्थिक मदद नहीं ली गई है मात्र अपनी टीम और कुछ मददगार लोगों की मदद से यह कार्य किया जा रहा है। प्रियंका और उनकी टीम आज उन लोगों के साथ खड़ी है जो आर्थिक और शारीरिक रूप से कमजोर और लाचार हैं। प्रियंका और उनकी टीम के द्वारा किया जा रहा है यह कार्य काफी सराहनीय है।