महाकुंभ भारत की समृद्ध आध्यात्मिक धरोहर को विश्वभर में प्रचारित का सुनहरा अवसर है : पं. सुनील भराला
प्रयागराज महाकुंभ 2025 की तैयारी के राष्ट्रीय परशुराम परिषद की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न
नोएडा (फेडरल भारत न्यूज) : राष्ट्रीय परशुराम परिषद कुम्भ आयोजन समिति 2025 की बैठक नोएडा सेक्टर – 60 में आयोजित की गई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में प. सुनील भराला जी नि. राज्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार संस्थापक राष्ट्रीय परशुराम परिषद उपस्थित रहे। अध्यक्षता राष्ट्रीय परशुराम परिषद के सहसंयोजक विजय गौतम ने की। बैठक में प्रमुख रूप से आयोजन के आर्थिक मुद्दों एवं सोशल मीडिया तथा इवेंट मैनेजमेंट के माध्यम से इस महायोजन को वैश्विक स्तर पर प्रचारित करने पर विचार किया गया।
महाकुंभ के सफल आयोजन में सहभागी बनें
मुख्य अतिथि पं सुनील भराला ने राष्ट्रीय परशुराम परिषद के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए सभी सदस्यों का सहयोग और आधुनिक प्रचार विधियों का उपयोग अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत की समृद्ध आध्यात्मिक धरोहर को विश्वभर में प्रचारित करने के लिए यह एक सुनहरा अवसर है।
कुंभ में लगेगी परशुराम की मूर्ति
प्रयागराज कुम्भ में भगवान श्री परशुराम जी की 51 की मूर्ति लगाई जाएगी। शिविर में अतिथियों के लिए भगवान परशुराम जी की मंदिर में स्थापित करने हेतु 1 लाख 8 हजार मूर्ति निर्मित की जा रही हैं। राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा घोषित भगवान परशुराम जी की जन्मस्थली जानापाव, इंदौर मध्यप्रदेश के साथ उनके अन्य 56 स्थानों की फोटो गैलरी भी बनाई जाएगी। शिविर में अंतरराष्ट्रीय पूज्य कथावाचक अतुल कृष्ण भारद्वाज जी, प्रदीप मिश्र जी, पूज्य बागेश्वर बाबा जी द्वारा कथा भी आयोजित करायी जाएगी। बैठक में विनय शर्मा राष्ट्रीय सह संयोजक, श्री विजय शर्मा राष्ट्रीय सह संयोजक, एस. के. शर्मा जी राष्ट्रीय सह संयोजक व संयोजक कुम्भ आयोजन समिति, धर्मेन्द्र शर्मा जी प्रदेश संयोजक दिल्ली, उदय कौशिक संयोजक विदेश विभाग सहित मुख्य रूप से अनुज शर्मा राष्ट्रीय संयोजक आई.टी. प्रकोष्ठ, ज्योति शर्मा, राकेश शर्मा, अशोक शर्मा., गोविंद दीक्षित सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
अद्भुत होगा महाकुंभ
राष्ट्रीय सहसंयोजक विजय गौतम ने कहा कि इस वर्ष का महाकुंभ अत्यंत अद्भुत होने वाला है, इस महाकुंभ के राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा श्रद्धालुओं के सुगमता और सनातन संस्कृति के प्रति अपनी सेवाओं हेतु विभिन्न आयोजन किये जा रहे हैं। उक्त महायोजन को वैश्विक स्तर पर प्रचारित करने के लिए कार्य किया जा रहा है। महाकुंभ में विभिन्न आयोजनों के साथ-साथ सांस्कृतिक आयोजन का भी विशेष ध्यान रखा जायेगा और एक दिव्य व भव्य संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन भी किया जायेगा।