महंत महेंद्र गिरी मौत प्रकरण अपडेट: सीबीआई ने सच जानने के लिए चली यह चाल
महेंद्र गिरि मौत प्रकरण
सीबीआई की दखल के बाद महेंद्र गिरि आत्महत्या प्रकरण में जांच तेजी से होने लगी है. आपको बता दें सीबीआई की एक टीम जा हरिद्वार पहुंचकर आनंद गिरि के आश्रम में जांच पड़ताल में जुटी रही. तो वहीं दूसरी टीम शहर में ही रहकर मौत प्रकरण की जांच को गहनता से सुलझाने में लगी रही | टीम ने पुलिस लाइन में आध्या तिवारी व संदीप तिवारी के साथ ही बृहस्पतिवार को बाघम्बरी मठ के तीन सेवादारों को तलब किया और बारीकी से पूछताछ की. उन सभी से एक बार फिर पूरे घटनाक्रम के बारे में पूर्ण जानकारी लिखी गई. कब क्या कैसे हुआ ना सिर्फ इस बारे में पूछा गया बल्कि उनके बयानों को एक-एक करके दर्ज भी किया गया|
तीनों सेवादारों से घटना वाले दिन कब क्या कैसे क्या हुआ. इसको लेकर अलग-अलग सवाल पूछे गए हालांकि इन सवालों के जवाब वह पहले भी एक बार दे चुके थे. जब सीबीआई की टीम ने मठ पहुंचकर जांच पड़ताल की थी. आपको बता दें टीम ने बृहस्पतिवार को दोबारा उनसे पूछताछ की पूछा कि घटना वाले दिन कब हुआ और कैसे हुआ. उन्हें घटना की जानकारी कैसे हुई इसके बाद उन्होंने क्या किया कैसे मठ में रहने वाले अन्य सदस्यों व सेवादारों को इस पूरी घटना क्रम की जानकारी दी और किस समय पुलिस को यह सूचना दी गई|
पुलिस के घटनास्थल पर आने से पहले उन तीनों ने क्या-क्या किया. यहां तक कि यह भी पूछा गया कि जब उन्होंने पहली बार मृत अवस्था में महेंद्र गिरि को देखा तो कमरे की पोजीशन क्या थी | और सामान कैसे रखा हुआ था और किस दिशा की ओर मुंह करके खड़े हुए थे. अगर सूत्रों की माने तो इन तीनों सेवादारों से सीबीआई द्वारा पूछताछ का मतलब उनके द्वारा दिए गए बयानों की पुनः विवेचना करना है. ऐसा करके सीबीआई यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कहीं किसी बयान में कोई बनावटी पन तो नहीं है. फिलहाल उन सभी सेवादारों को कई घंटों की पूछताछ के बाद आश्रम वापस भेज दिया गया था |
आपको जानकारी दे दें कि उधर बाघम्बरी मठ में बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन सन्नाटा पसरा रहा. मठ में रहने वाले वासियों ने मीडिया के सवालों से उचित दूरी बनाए रखी. उन्होंने महंत की मौत से जुड़े हुए मामले को लेकर मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से साफ मना कर दिया. बहुत कुरेदने पर भी एक सेवादार ने सिर्फ इतना ही कहा कि सीबीआई जांच के चलते यह हम सभी को स्पष्ट निर्देश है कि कोई भी महंत की मौत से जुड़े मामले को लेकर मीडिया के सामने बयान बाजी ना करें ऐसे में इस मुद्दे पर वह कोई बात नहीं करना चाहता|
उधर सीबीआई की दोनों टीमें गहनता से इस मामले को लेकर जांच करती हुई नजर आई फिलहाल यह देखना बाकी है. कि सीबीआई की जांच रिपोर्ट में क्या आता है या फिर सुशांत सिंह की मौत की तरह यह भी एक अनसुलझी गुत्थी ( मिस्ट्री ) बनकर रह जाती है|