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बिल्डरों पर बड़ी कारवाई : RC जारी होने पर भी रेरा का बकाया नहीं चुकाने पर ग्रेनो वेस्ट के बिल्डरों एसजेपी और मॉर्फियास प्रो डेवलपर्स के दफ्तर सील

ग्रेटर नोएडा वेस्ट (फेडरल भारत न्यूज) : आरसी ( रिकवरी सर्टिफिकेट) जारी होने के बाद भी उप्र रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण(यूपी रेरा) के 18.43 करोड़ रुपये के बकाये का भुगतान नहीं करने पर ग्रेटर नोएडा वेस्ट को दो बिल्डरों एसजेपी और मॉर्फियास प्रो डेवलपर्स के दफ्तरों को दादरी तहसील प्रशासन ने सील कर दिया।

एसजेपी पर 14.87 करोड़ और मार्फियास पर 3.56 करोड़ है बकाया
दादरी तहसीलदार ओपी पासवान के अनुसार, बार-बार प्रयास करने के बावजूद भी दोनों उपरोक्त बिल्डर बकाये का भुगतान नहीं कर रहे थे। उप्ररेरा से दादरी तहसील के राजस्व विभाग को दोनों बिल्डरों एसजेपी और मॉर्फियास प्रो डेवलपर्स से वसूली के लिए आरसी मिली थी। एसजेपी बिल्डर पर 14.87 करोड़ और मॉर्फियास प्रो डेवलपर्स पर 3.56 करोड़ रुपये का बकाया है। बकाया राशि को वसूली के लिए कार्रवाई शुरू की गई थी। तहसील के राजस्व विभाग की टीम दोनों बिल्डरों से निरंकप संपर्क कर रही थीं। लेकिन बिल्डरों ने बकाया राशि का भुगतान नहीं किया।

कर्मचारियों को बाहर निकाला और सील कर दिए कार्यालय

दादरी तहसील की राजस्व विभाग की टीम शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट में दोनों बिल्डरों के कार्यालय पर पहुंची थी। बिल्डरों को बकाया राशि जमा करने के लिए कहा। पैसा जमा नहीं कराने पर दोनों बिल्डरों के कार्यालयों के सभी कर्मचारियों को बाहर निकाल कर दफ्तर सील कर दिया गया। मामले में दोनों बिल्डरों को जल्द बकाया राशि जमा करने को कहा गया है।

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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