किसानों और प्राधिकरण के बीच बैठक विफल : 2 दिसंबर को ग्रेटर नोएडा से दिल्ली करेंगे कूच
Greater Noida News : यमुना प्राधिकरण में किसानों और प्रशासन के बीच हुई बैठक का कोई समाधान नहीं निकल सका। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ किसानों की यह बैठक करीब तीन घंटे तक चली, लेकिन किसानों की प्रमुख समस्याओं पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। इसके बाद किसानों ने 2 दिसंबर को दिल्ली कूच करने का ऐलान किया है।
किसानों की प्रमुख मांगे
किसान नेताओं ने बताया कि उनकी प्रमुख मांगें अब भी वैसी की वैसी बनी हुई हैं। गोरखपुर में हाईवे निर्माण के लिए किसानों को 4 गुना मुआवजा दिया गया, जबकि गौतमबुद्ध नगर के किसानों को इस लाभ से वंचित रखा गया है। इसके अलावा, 10 साल से सर्किल रेट भी नहीं बढ़ाए गए हैं। किसानों की अन्य मांगों में 10 फीसदी विकसित भूखंड, हाई पावर कमेटी की सिफारिशों का पालन और नए भूमि अधिग्रहण कानून के लाभ की मांग शामिल है। किसानों का कहना है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो आंदोलन जारी रहेगा और वे सोमवार को दिल्ली कूच करेंगे।
किसान नेताओं का आरोप
किसान नेता सुखबीर खलीपा ने कहा कि बैठक में विभिन्न किसान संगठनों के नेता शामिल हुए, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। उन्होंने यह भी कहा कि अब वे गांव-गांव जाकर किसानों को एकजुट करेंगे और 2 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे।
बैठक में शामिल अधिकारी
बैठक में गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि कुमार एनजी, नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर लोकेश एम, यमुना विकास प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रुति और ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर शिवहरी मीणा समेत कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
आंदोलन का असर
किसानों का यह आंदोलन अब और बड़ा रूप लेने की संभावना है, क्योंकि प्राधिकरण के साथ हुई बैठक का कोई सार्थक परिणाम नहीं निकला। 2 दिसंबर को दिल्ली कूच के बाद यह आंदोलन और तेज हो सकता है।