मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के प्रबंधक गौरव बंसल को किया निलम्बित
ग्रेटर नोएडा में तैनाती के दौरान अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर अपने स्तर से पुराने भूखंडों का आवंटन निरस्त करने और रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने के आरोप में हुई कार्रवाई
नोएडा : नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरणों में अनियमितता की जड़ें जमा चुके अधिकारियों व कर्मचारियों की अब खैर नहीं है। औद्योगिक विकास विभाग में मनमानी करने वाले अधिकारियों को चिन्हित कर लगातार कार्रवाई कर रहे उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने एक और कार्रवाई करते हुए नोएडा विकास प्राधिकरण में तैनात प्रबंधक गौरव बंसल को निलम्बित करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। जिसके लिए जांच अधिकारी की नियुक्ति की गई है। प्रबंधक गौरव बंसल पर आरोप है कि उन्होंने ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण में तैनाती के दौरान अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर स्वयं अपने स्तर से पुराने भूखंडों का आवंटन निरस्त कर अपने रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाया। जांच में शिकायत सही मिलने पर औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने बुधवार को नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के प्रबंधक गौरव बंसल के निलम्बन के साथ ही कार्रवाई का आदेश जारी किया।
उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने जब से औद्योगिक विकास विभाग की जिम्मेदारी सम्भाली है, तब से उन्होंनें उद्यमियों का शोषण करने वाले एवं मनमानी के साथ ही अनियमितता में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मुहिम चला रखी है।
पिछले दिनों ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में तैनात दो अधिकारियों के खिलाफ निलम्बन के साथ ही यूपीसीडा वाराणसी रीजन में भी तैनात एक अधिकारी के खिलाफ निलम्बन की कार्रवाई हो चुकी है। मंत्री नन्दी ने पिछले दिनों अनियमितता के आरोप में ग्रेटर नोएडा में तैनाती की अवधि में विशेष कार्याधिकारी के पद पर तैनात नवीन कुमार सिंह एवं उप महाप्रबंधक श्रीमती निमिषा जैन के खिलाफ निलम्बन की कार्रवाई करते हुए विभागीय जांच के निर्देश दिए थे, जो चल रही है।
नोएडा विकास प्राधिकरण में तैनात प्रबंधक गौरव बंसल द्वारा ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण में तैनाती के दौरान अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर कार्रवाई किए जाने के मामले में कार्रवाई करते हुए मंत्री नन्दी ने कहा कि औद्योगिक विकास प्राधिकरणों में मनमानी करने वाले किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को किसी भी किमत पर बख्शा नहीं जाएगा, और न ही उद्यमियों व निवेशकों के उत्पीड़न को बर्दाश्त किया जाएगा। अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ शिकायत मिलती है और वह शिकायत जांच में सही पाई जाती है तो सम्बंधित अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ इसी तरह की कड़ी से कड़ी कार्रवाई की प्रक्रिया जारी रहेगी।