रन्हेरा के ग्रामीणों को विधायक का तोहफा, मॉडलपुर हो सकते है विस्थापित, फेडरल भारत ने उठाया था सबसे पहले मुद्दा
ग्रेटर नोएडा : फ़ेडरल भारत के मुद्दा उठाने के बाद बुधवार को विधायक धीरेन्द्र सिंह ने रन्हेरा गांव के लोगों को एक बड़ा तोहफा दे दिया है। अब ग्रामीण अपनी इच्छानुसार फलैदा कट और जेवर के समीप मॉडलपुर विस्थापित हो सकते है। विधायक की इस घोषणा के बाद रन्हेरा में दीवाली मनाई गयी। विधायक के लिए लम्बी उम्र की दुआ की गयी। बता दिए कि पिछले कई महीनों से गांव के लोग विधायक को ट्विटर पर टैग कर रहे थे और मॉडलपुर विस्थापन की मांग कर रहे थे।
बुधवार को ग्रेटर नोएडा में आयोजित पत्रकार वार्ता में विधायक धीरेन्द्र सिंह ने कहा कि एअरपोर्ट के द्वितीय चरण से प्रभावित किसानों का विस्थापन स्थल अति आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा होगा। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को दो स्थान दिए जायेंगे। फ़िल्म सिटी के सामने फलैदा कट और जेवर के समीप मॉडलपुर दोनों में से किसी भी जगह विस्थापन स्थल पर विस्थापित हो सकते है।
उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के किसानों पर लाठियां नहीं, वरन, उनसे वार्ता के आधार पर विकास की योजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा।
किसानों से विभिन्न स्तर की हुई वार्ताओं ओर उनके भविष्य की आवश्यकताओं एवं जीवनयापन के साधनों को देखते हुए, द्वितीय चरण के किसानों को दो जगह विस्थापित किया जाएगा। एक स्थान प्रस्तावित फ़िल्म सिटी और मेडिकल डिवाइस पार्क के सामने होगा, यमुना एक्सप्रेस वे से सटा हुआ तथा मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी से जुड़ा हुआ होगा। इस विस्थापन स्थल के समीप हरियाणा से जेवर एअरपोर्ट को जोड़ने वाला मार्ग तथा एक तरफ यमुना एक्सप्रेस वे, निकट ही ईस्टर्न पेरिफेरल पर चढ़ने का स्थान, भविष्य में हाई स्पीड ट्रेन एवं प्रस्तावित पॉड टैक्सी भी समीप से गुजरेगी। अपरैल पार्क जैसी वस्त्र उद्योग से संबंधित इकाइयों, यहाँ की स्थानीय महिलाओं के 70 फीसदी रोजगार का माध्यम बनेगी। फ़िल्म सिटी के सामने स्थित फलेगा कट के पास इस विस्थापन स्थल को विकसित किया जाएगा, जो तकरीबन 120 हेक्टेयर में विकसित होगा। यहाँ विस्थापित होने वाले किसानों की सुविधाओं के लिए खेल का मैदान, सामुदायिक केंद्र, स्वास्थ्य सेवाए ,शिक्षण संस्थाएँ ओर कौशल विकास केंद्र जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। भौगोलिक दृष्टि से अगर हम इस स्थान की बात करें, तो मेरी नजर में मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी से जुड़ा हुआ, यह स्थान दुनिया का एक बेहतरीन स्थान विकसित होगा, जहाँ बसने वाले किसानों को सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।
दूसरा विस्थापन स्थल जेवर के समीप माडलपुर पर स्थित होगा, जिसके लिए तकरीबन 60 हेक्टेयर भूमि विकसित कराई जाएगी। यह स्थान भी सभी मूलभूत सुविधाओं के साथ साथ एअरपोर्ट और जेवर कस्बे के नजदीक होने के कारण मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी से जुड़ा हुआ होगा। किसान और उनके बच्चों से संबंधित अति आधुनिक सभी मूलभूत सुविधाएं यहाँ उपलब्ध कराई जाएंगी। द्वितीय चरण में लगभग 18,500 परिवार प्रभावित है, जिसमें से ग्राम रन्हेरा, कुरैब और नगला हुकम सिंह के 13,320 परिवारों को उपरोक्त स्थलों पर विस्थापित किया जाना है। नगला हुकमसिंह के 1600 रन्हेरा के 6120 तथा कुरेब के 5600 परिवार विस्थापित होंगे।