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M3M बिल्डर के रद्द दो प्रोजेक्टों में फँस गया 1400 बायर्स का पैसा, योगी सरकार पर टिकी है बिल्डर और अथॉरिटी की निगाह

नोएडा : M3M बिल्डर्स के 2 कामर्शियल प्रोजेक्टों का आवंटन उत्तर प्रदेश सरकार से निरस्त होने के बाद अब 1400 बायर्स का पैसा बिल्डर के प्रोजेक्ट में फँस गया है। बायर्स को अपने पैसे का डर सता रहा है। अब अथॉरिटी और बिल्डर को फिर से सरकार से उम्मीद है कि दोनों प्रोजेक्ट को सरकार बहाल करेगी। नोएडा अथॉरिटी ने भी सरकार को एक रिपोर्ट इस बारे में भेजी है।

10 मई को किया था आवंटन निरस्त
प्रमुख सचिव अनिल कुमार सागर ने M3M बिल्डर्स के 2 प्रोजेक्टों को आवंटन निरस्त किया गया था। दोनो भूखंडों का आवंटन 1 हजार करोड़ में हुआ था। निरस्तीकरण का लेटर CEO नोएडा अथॉरिटी को भेजा गया था।
सेक्टर 94 में लैविश बिल्डमार्ट प्राइवेट लिमिटेड और सेक्टर 72 स्काई लाइन प्रॉपकन प्राइवेट लिमिटेड का आवंटन भी निरस्त किया गया था। बिल्डर पर आरोप है कि उसने महज 5 लाख ज्यादा की बोली लगाकर आवंटन हासिल किया था।इसलिए दोनों प्रोजेक्ट को निरस्त कर दिया गया था। अब नोएडा अथॉरिटी ने एक रिपोर्ट सरकार को भेजी है।

बिल्डर ने दिया तर्क
बिल्डर का कहना है दोनों प्रोजेक्ट में करीब 1400 बायर्स निवेश कर चुके है और काम भी शुरू करा दिया गया है। बिल्डर ने नोएडा अथॉरिटी को तर्क दिया है कि उसने किसी भी शर्त का उल्लंघन नहीं किया है और अथॉरिटी की सारी शर्तों को पूरा करने के बाद ही रेरा नंबर मिला और दोनों प्रोजेक्ट को बेचना शुरू किया। अब नोएडा अथॉरिटी ने बायर्स के निवेश को देखते हुए सरकार को एक रिपोर्ट भेजी है। अब बायर्स, अथॉरिटी और बिल्डर तीनों को सरकार के फैसले का इंतज़ार है।

Aashish Gupta

आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

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आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

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