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आंदोलनः 2 जून को बेरोजगारी मुद्दे पर प्रदर्शन कर धरना देंगे युवा, भीड़ जुटाने को हो रही तैयारी

प्रदर्शन की तैयारी के लिए सैनिक गांव में युवाओं की हुई महापंचायत, कई गांवों के बेरोजगार शामिल थे, महापड़ाव 36वें दिन भी जारी

ग्रेटर नोएडा। बेरोजगारी के मुद्दे पर बेरोजगार नौजवान 2 जून को प्रदर्शन कर धरना देंगे। प्रदर्शन की तैयारी के लिए सैनिक गांव में कई युवाओं की महापंचायत हुई। महापंचायत में कई गांवों के युवा शामिल थे। उधर, ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर आज मंगलवार को 36वें दिन भी महापड़ाव जारी रहा। इस दौरान महापड़ाव में शामिल सैकड़ों महिलाओं और पुरुष किसानों ने प्राधिकरण के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।

महापड़ाव का नेतृत्व करतार हवलदार ने किया

आज 36वें दिन महापड़ाव (धरने) का नेतृत्व करतार हवलदार ने की। संचालन संदीप भाटी ने किया। इस अवसर पर किसान सभा के प्रवक्ता डॉ. रुपेश वर्मा ने कहा कि प्राधिकरण ने किसानों के हकों पर डाका डाला है। इसे हम किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं करेंगे। 6 जून से प्राधिकरण पर घेरा डालो डेरा डालो कार्यक्रम के तहत हजारों किसान परिवार शामिल होंगे। इसके लिए हम संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेताओं के संपर्क में हैं। आने वाली 6 जून को देश के विभिन्न हिस्सों से किसानों के बड़े नेता इस आंदोलन में हिस्सा लेंगे।

किसानों का सब्र कभी भी टूट सकता है

समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष इंदर प्रधान ने कहा कि प्राधिकरण में बैठे अधिकारी किसानों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। अब किसानों के सब्र का बांध किसी भी वक्त टूट सकता है। इसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। यदि किसानों के साथ किसी भी तरह की जबरदस्ती प्रशासन ने की तो समाजवादी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता सड़कों पर नजर आएगा।

मानसिकता मजदूर किसान विरोधी

किसान सभा के जिला सचिव जगबीर नंबरदार ने कहा कि प्राधिकरण व सत्ता में बैठे हुए लोगों की मानसिकता किसान व मजदूर विरोधी है। वे किसी भी रूप में देश के किसान व मजदूर वर्ग को संपन्न नहीं देखना चाहते। जो पूर्व में किसानों के समझौते हो चुके हैं उनको भी समाप्त करने का कार्य प्राधिकरण के अधिकारी कर रहे हैं। सरकार के नुमाइंदे इस पर मूकदर्शक बन बैठे हुए हैं। जनप्रतिनिधि इस तरह का अभिनय करते हैं कि जैसे वे इन मुद्दों से वाकिफ ही न हों।

वादा कर मुकर जाते हैं

पतवाड़ी गांव के निवासी गबरी मुखिया का ने कहा है कि प्राधिकरण किसानों से वादा कर लेता है और फिर उनसे मुकर जाता है। पूर्व में जिन आबादियों का निस्तारण किया जा चुका है या जिनका होना बाकी है, प्राधिकरण के कर्मचारी उन आबादियों को तोड़ने के लिए आए दिन किसानों के घरों पर पहुंच जाते हैं, हमें किसी भी रूप में यह बर्दाश्त नहीं है। जब तक हम जीवित हैं तब तक यह अन्याय होने नहीं देंगे।

भूमिहीनों को मिले प्लाट

महिला किसान शांति देवी का कहना है कि भूमिहीनों को जब तक 40 वर्ग मीटर का प्लॉट नहीं मिल जाता तब तक हम यहां से हटने वाले नहीं हैं। प्रशासन के अधिकारी चाहें तो हमें जेल भेज दें। इस महापड़ाव में उन्होंने देख लिया होगा की महिलाओं की भागीदारी बड़ी संख्या में है और जब जेल जाने की बात आएगी तो जो लिस्ट हमारी किसान सभा द्वारा तैयार की गई है उसमें पुरुषों से भी ज्यादा संख्या महिलाओं की होगी हमें अपनी समस्याओं के साथ साथ भूमिहीनों की समस्याओं का हल भी चाहिए।

समस्याओं से सभी को करा चुके हैं अवगत

किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि हमने सभी समस्याओं को एसडीएम से लेकर चेयरमैन तक अवगत करा दिया है। किसान बड़े धैर्य के साथ आंदोलन को चला रहे हैं। किसानों ने अपनी समस्याओं को हल करने के लिए प्राधिकरण को पर्याप्त समय दिया है आबादियों की लीज बैग आबादी प्रकरणों की सुनवाई मुआवजे का वितरण, लाडो का विभाजन, अतिक्रमण की जमीनों से इलाकों को हटाया जाना जैसे अनेक मुद्दे जिन्हें प्राधिकरण को रोज ब रोज करना चाहिए उन्हें भी प्राधिकरण जानबूझकर नहीं कर रहा है।

ये लोग प्रमुख रूप से थे महापड़ाव में शामिल

मंगलवार के महापड़ाव में मुख्य रूप से वीर सिंह नागर, सूबेदार ब्रह्मपाल सिंह, भीम पहलवान, पप्पू प्रधान, अजीत प्रधान, नरेंद्र भाटी, निरंकार सिंह, सतीश यादव, यतेंद्र मैनेजर, निशांत रावल, राजेंद्र एडवोकेट, सुरेश यादव, रमेश भाटी, अजय पाल भाटी, निशांत रावल, सुधीर रावल, वीर प्रकाश प्रधान, भीम पहलवान, पूनम भाटी, तिलक देवी, श्यामवती, रेखा, पुष्पा समेत सैकड़ों की संख्या में किसान शामिल थे।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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