राष्ट्रीय लोक अदालतः गौतमबुद्ध नगर जिले में एक लाख 99 हजार 859 वादों का हुआ निस्तारण
जिला व तहसील स्तर पर लगे लोक अदालत में न्यायिक अधिकारियों ने 73,737 और राजस्व न्यायालय ने 74,902 वाद निपटाए
ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध नगर जिले में आयोजित लोक अदालत में राष्ट्रीय लोक अदालत कुल एक लाख 99 हजार 859 वाद निपटाए गए। जिला व तहसील स्तर पर लगे लोक अदालत में न्यायिक अधिकारियों ने 73,737 और राजस्व न्यायालय ने 74,902 वाद निपटाए।लोक अदालतों का आयोजन जिला मुख्यालय और तहसील स्तर पर भी जिला न्यायाधीश अवनीश सक्सैना की अध्यक्षता और दिशा-निर्देशन में आज रविवार को आयोजित का गया था।
अन्य विभिन्न मामले भी निपटाए
लोक अदालतों में प्री-लिटिगेशन स्तर पर बैंकों के 225 मामले, बीएसएनएल के 83, एनपीसीएल के 15 मामले, यूपीपीसीएल के 763 मामले, परिवहन विभाग के 12,680, यातायात विभाग के 26,352, संबंधित ई-चालान के 39,032 मामलों के निस्तारण हुए। ऋचा उपाध्याय, अपर जिला जज एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जिले में लगे राष्ट्रीय लोक अदालतों कुल 1,99,859 वाद निस्तारित किए गए।
जिला जज ने 29 वादों का किया निस्तारण जिला जज अवनीश सक्सेना ने 29 वादों का निस्तारण किया। इंद्रप्रीत सिंह जोश, पीठासीन अधिकारी वाणिज्य न्यायालय ने 18 वाद व समझौता धनराशि एक करोड़ 95 लाख 31 हजार 855 रुपये की वसूली की। उदय प्रताप सिंह, पीठासीन अधिकारी, अतिरिक्त वाणिज्य न्यायालय ने 30 वाद व समझौता धनराशि के रूप में 35205825 रुपये है। नरेन्द्र कुमार पाण्डे, पीठासीन अधिकारी मोटरयान दुर्घटना दावा अधिकरण ने 34 वाद व समझौता धनराशि 20146774 रुपये, प्रकाशनाथ श्रीवास्तव, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय ने 69 वादों का निस्तारण किया गया। प्रदीप कुमार अपर जिला जज प्रथम ने 16 वाद व जुर्माना धनराशि 500 रुपये हैं। मोना पवार अपर जिला जज-पंचम ने 7 वाद व 500 रुपये जुर्माना, ज्योत्सना सिंह, अपर जिला जज/पोक्सो कोर्ट प्रथम ने एक वाद व 500 रूपये जुर्माना, चन्द्रमोहन श्रीवास्तव, अपर जिला जज/विशेष पाक्सो-द्वितीय ने 756 वाद व समझौता धनराशि 8100000 रुपये के मामले निपटाए। बुशरा आदिल रिजवी, अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय ने 14 वाद। सुशील कुमार, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 9358 वाद एवं जुर्माना धनराशि 2115500 रुपये, श्री जयहिंद कुमार सिंह, सिविल जज (वरिष्ठ संवर्ग) ने 53 वाद व जारी उत्तराधिकार प्रमाण पत्रों की धनराशि 49311198 रुपये, शिवानी त्यागी, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-प्रथम ने 1268 वाद व जुर्माना धनराशि 113090 रुपये है। प्रदीप कुमार सिविल जज (वरिष्ठ संवर्ग)/एफटीसी ने 4052 वाद व जुर्माना धनराशि 484680 रुपये, अर्पिता सिंह सिविल जज (जू0डि) ने 30 वाद व समझौता धनराशि 302106 रुपये, नाजिम अकबर, सिविल जज (जू0डि) जेवर ने 271 वाद व जुर्माना धनराशि 15260 रुपये, ऋचा शुक्ला (जू0डि) प्रथम व वर्चुअल कोर्ट ने 36225 वाद व जुर्माना धनराशि 161500 रुपये के मामले निपटाए। आकृति सिविल जज (जू0डि)/एफटीसी-1 ने 5682 वाद व जुर्माना धनराशि 724130 रुपये, नुपुर श्रीवास्तव अपर सिविल जज (जू0डि) ने 6268 वाद व जुर्माना धनराशि 751630 रुपये, निमिषा गुप्ता, अपर सिविल जज (जू0डि)-3 ने 4265 वाद व जुर्माना धनराशि 273800 रुपये, महिमा जैन अपर सिविल जज/एफटीसी-2 ने 4393 वाद व जुर्माना धनराशि 675300 रुपये, राजेन्द्र कुमार-तृतीय, विशेष न्यायाधीश, धारा 138 एन0आई0 एक्ट ने 37 वाद व समझौता धनराशि 208989994 रुपये, प्रदीप कुमार कंसल अतिरिक्त न्यायालय संख्या-1 ने 232 वाद व समझौता धनराशि 23000000 रुपये, नलिन कांत त्यागी अतिरिक्त न्यायालय संख्या-2 ने 317 वाद निपटाए। विजय कुमार अग्रवाल अतिरिक्त न्यायालय संख्या-3 ने 282 वाद व समझौता धनराशि 14100000 रुपये के मामले निपटाए। जिला स्थित न्यायालयों के न्यायिक अधिकारियों ने कुल 73737 वाद निपटाए।
ये मामले भी निस्तारित हुए
राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्तर्गत नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने 4327 मामले, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने 540 मामले तथा यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने 107 मामले कुल प्री-लिटीगेशन के 4974 मामले निस्तारित किए। राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्तर्गत जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर, अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी व तहसीलदार आदि सभी/न्यायालयों व विभागों से प्राप्त विवरण के अनुसार राजस्व के 74902 वाद निस्तारित हुए। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 199859 मामलों का निस्तारण हुआ। इनमें समझौता धनराशि 55 करोड़ 60 लाख 37 हजार 665 रुपये के मामले निपटाए गए।