×
crimeउत्तर प्रदेशगौतम बुद्ध नगरग्रेटर नोएडानोएडानोएडा वेस्ट

लापरवाहीः बिजली की लाइन ठीक कर रहा था लाइनमैन, अचानक चालू कर दी बिजली, इलाज के दौरान अस्पताल में मौत

लाइनमैन के परिजनों और ग्रामीण थे नाराज, गणमान्य लोगों की मध्यस्थता से परिजनों को 13 लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमत हुए बिजली विभाग के अधिकारी

ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट के दादरी पुलिस थाना क्षेत्र के चक्रपुर गड़रिया गली के पास बिजली के ट्रांसफार्मर पर चढ़कर लाइन ठीक कर रहे लाइनमैन करंट लगने से नीचे गिर पड़ा। इससे वह बुरी तरह घायल हो गया। उसे इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां एक दिन बाद उसकी मौत हो गई। बिजली विभाग लाइनमैन के परिजनों को 13 लाख का मुआवजा देगा। इस आक्रोशित लोग माने और लाइनमैन का शव लेने पर सहमत हुए।

 

 

क्या है मामला

दरअसल, 16 मई को थाना दादरी क्षेत्र के अंतर्गत लाइनमैन विशाल कुमार (उम्र 22) पुत्र सुखपाल निवासी भोगपुर ग्रेटर नोएडा चक्रपुर गड़रिया गली के पास ट्रांसफार्मर पर चढ़कर बिजली की लाइन ठीक कर रहा था। अचानक बिजली विभाग के कर्मचारी की लापरवाही से बगैर सूचना दिए अचानक बिजली की लाइन चालू कर दी गई। तार में बिजली आने से विशाल को जोरदार करंट का झटका लगा। वह नीचे गिर गया। सिर के बल नीचे गिरने से वह बुरी तरह से घायल हो गया। उसके सिर में गंभीर चोट आई। उसे स्थानीय लोगों की मदद से पहले यथार्थ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वहीं स्थित और अधिक बिगड़ते देखकर उसे प्रकाश हॉस्पिटल में ट्रांसफर कर दिया गया। वहां इलाज के दौरान उसकी 17- 18 मई को मौत हो गई।

परिजनों व ग्रामीणों में आक्रोश

विशाल के मौत की जानकारी जब परिजनों और ग्रामीणों को हुई तो उनमें तुरंत आक्रोश फैल गया। उन्होंने तुरंत रास्ता जाम करना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इसकी सूचना पाकर मौके पर पुलिस और अधिकारी पहुंच गए। उन्होंने मौके पर बिजली विभाग के अधिकारियों को भी बुला लिया। वे बिजली विभाग से बेहद नाराज थे। उनका आरोप था कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण ही बिना सूचना दिए अचानक लाइन चालू कर दी गई। यही लापरवाही विशाल की मौत का कारण बना।

सम्मानित लोगों ने की मध्यस्थता

इस मामले में गांव के सम्मानित लोगों लाइनमैन विशाल के परिजनों और विद्युत विभाग के अधिकारियों के मध्य गांव के भीतर बैठकर बातचीत हुई। बातचीत के दौरान सहमति बनी कि बिजली विभाग के अधिकारी विशाल के परिजनों को मुआवजे के रूप में 13 लाख रुपये दिलवाएंगे। इस पर परिजन और ग्रामीण मान गए और जाम समाप्त कर दिया।

पुलिस ने शव को परिजनों को सौंपा

विशाल के परिजनों और बिजली विभाग के अधिकारियों के बीच समझौता हो जाने के बाद पुलिस ने शव के पंचायतनामा भर पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया। विशाल के शव का अंतिम संस्कार परिजनों ने कर दिया है।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Related Articles

Back to top button
Close