नेफोमा का डीसीपी को पत्र : ग्रेनो वेस्ट में धारा 126/135 को दुरुपयोग, बिल्डर्स से मिलकर आनर्स को डराने का हथकंडा बना कानून
ग्रेटर नोएडा वेस्ट(फेडरल भारत न्यूज) : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में फ्लैट आनर्स के लिए अपने हक में आवाज उठाना भी जी का जंजाल बन गया है। कानून का दुरुपयोग करके बिल्डरों के इशारों पर आनर्स को डराया और धमकाया जा रहा है तथा आवाज दबाई जा रही है। नोएडा एस्टेट फ्लैट आनर्स मेन एसोसिएशन (नेफोमा) ने इसको लेकर सेंट्रल नोएडा के पुलिस उपायुक्त शक्ति मोहन अवस्थी को पत्र लिखा है।
मांगें उठाने पर आनर्स को थमाए जा रहे नोटिस
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान और मुख्य सलाहकार दीपक दुबे ने पत्र में फ्लैट आनर्स की वेदना का जिक्र करते हुए लिखा है कि ग्रेनो वेस्ट में पिछले लगभग 12 वर्ष से फ्लैटों की पजेशन, रजिस्ट्री और मूलभूत समस्याओं को लेकर लोग संघर्ष कर रहे हैं। मेंटनेंस के रूप में बिल्डर प्रतिमाह आनर्स से लाखों रुपये की धनराशि वसूल रहे हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाएं जैसे लिफ्ट, सुरक्षा, सफाई को तरस रहे हैं। शिकायतों के बाद भी जब कोई कदम नहीं उठाया जाता तो लोग धरना-प्रदर्शन जैसे मूलभूत संवैधानिक अधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं।
लोगों की आवाज दबाना चाहते हैं बिल्डर्स
पत्र में कहा गया है कि बिल्डरों ने पुलिस अधिकारियों से मिलकर धारा 126/135 को अपना औजार बना लिया है। इस हथकंडे का इस्तेमाल करके फ्लैट आनर्स को डराया जाता है और उन्हें इन धाराओं के अंतर्गत नोटिस थमा दिए जाते हैं। इसमें पुलिस नोटिस जारी करके शांति भंग की आशंका में आनर्स से मुचलका(बांड) भरवाती है। क्योंकि अधिकांश लोग नौकरी-पेशा है, ऐसे में यह सरासर गलत हथकंडा है।
डीसीपी से की कारवाई की मांग
पत्र में उल्लेख किया गया है कि वेदांतम सोसाइटी, सुपरटेक और देविका गोल्ड होम्स सोसाइटी में 126/135 का नोटिस जारी करके निवासियों के बांड भरवाए गए। नेफोमा अध्यक्ष और मुख्य सलाहकार ने डीसीपी से इस संबंध में उचित और कारगर कदम उठाने को कहा है।