न्यू नोएडा_: सैटेलाइट सर्वे रिपोर्ट को आधार बनाकर ही किसानों को मिलेगा मुआवजा, नहीं चल पाएगी होशियारी
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नोएडा (FBNews) : अतिमहत्वांक्षी प्रोजेक्ट न्यू नोएडा को बसाने के लिए नोएडा विकास प्राधिकरण फूंक-फूंककर कदम रख रखा है, जैसी गलतियां नोएडा और ग्रेटर नोएडा बसाने के वक्त जमीन अधिग्रहण के समय हुई थीं, उन्हें दोहराना नहीं चाहता। न्यू नोएडा में गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद औक बुलंदशहर के जिन 80 गांवों को शामिल किया गया है, वहां वर्तमान में क्या स्थिति है? वहां सैटेलाइट इमेज सर्वे को ही आधार बनाकर आबादी के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा। इमेज में आ जाएगा कि किस किसान ने कितना निर्माण किया है और उसकी कितनी जमीन है। उसी निर्माण के आधार पर मुआवजे का निर्धारण और वितरण किया जाएगा।
सभी 80 गांवों में होगा सैटेलाइट सर्वे
सैटेलाइट सर्वे उन 80 गांवों का होगा, जहां पहले से आबादी है, ताकि नोएडा की तरह न्यू नोएडा में दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसलिए मास्टरप्लान 2041 की मंजूरी के साथ निर्माण पर रोक लगा दी गई है। प्राधिकरण सूत्रों का कहना है कि इस बार काफी सुनियोजित तरीके से काम किया जा रहा है। सैटेलाइट सर्वे के आधार पर ही मुआवता तय किया जाएगा। यदि वह निर्माण रोकने की तिथि के बाद कुछ बनाता है तो उसे अतिक्रमण की श्रेणी में माना जाएगा। किसान को उसका मुआवजा नहीं मिलेगा। एसीईओ सतीश पाल के अनुसार, नोएडा प्राधिकरण नेशनल स्पेस इंस्टीट्यूट से सैटेलाइट सर्वे कराने जा रही है। यहां से मिलने वाली इमेज को ही न्यू नोएडा का आधार बनाया जाएगा। इसी इमेज पर ही विकास की परियोजना, प्लॉट नक्शों को सुपर इंपोज किया जाएगा।
13 प्रतिशत ही आवासीय
उल्लेखनीय है कि न्यू नोएडा का मास्टरप्लान नोएडा विकास प्राधिकरण और एसपीए (स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्ट) ने बनाया है। डीएनजीआईआर में 40 प्रतिशत भू उपयोग औद्योगिक, 13 प्रतिशत आवासीय और ग्रीन एरिया और रीक्रिएशनल एक्टिविटी के लिए 18 प्रतिशत जमीन का प्रावधान किया गया है। दादरी-नोएडा-गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन न्यू नोएडा के मास्टरप्लान 2041 को शासन से मंजूरी मिलने के बाद अधिग्रहण की कार्रवाई शीघ्र शुरू की जा रही है। इस मास्टरप्लान को चार फेज में पूरा किया जाएगा। सबसे पहले 15 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। पहले फेज में 3165 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। बीत सोमवार को प्राधिकरण के उच्चाधिकारियों ने किसानों के साथ पहली बैठक भी की है।
चार चरणों में होगा विकास
दादरी-नोएडा-गाजियाबाद(DNGIR) के मास्टर प्लान में गौतमबुद्ध नगर एवं गाजियाबाद जिलों के कुल80 गांव हैं। क्षेत्र का विकास 4 चरणों में वर्ष 2041 तक होना प्रस्तावित है। इसमें प्रथम चरण में 3165 हेक्टेयर भूमि का विकास वर्ष 2027 तक पूरा होना है। दूसरे चरण में 3737 हेक्टेयर भूमि का विकास 20231 तथा तृतीय चरण में 5908 हेक्टेयर भूमि का विकास 20237 तथा अंतिम चरण में 8230 हेक्टेयर भूमि का विकास 2041 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
जोखाबाद के पास कैंप कार्यालय
न्यू नोएडा की गतिविधियों और भूअधिग्रहण की कारवाई के लिए प्राधिकरण जोखाबाद व सांवली के पास कैंप कार्यालय बनाया जाएगा। सीईओ लोकेश एम ने ओएसडी महेंद्र प्रसाद, क्रांति शेखर सिंह, जीएम लीनू सहगल, डीजीएम विजय रावल के साथ तहसीलदार शशि कुमार, धर्मवीर भारती के साथ अधिसूचित क्षेत्र का दौरा किया था। सीईओ ने न्यू नोएडा के लिए अधिसूचित गांवों का निरीक्षण सिकंदराबाद तहसील में आने वाले गांवों से शुरू किया।