राहत नहीः श्रीकांत त्यागी की सेशन कोर्ट से जमानत याचिका खारिज
गैंगेस्टर एक्ट में जमानत के लिए याचिका दायर की थी, अन्य मामलों में पहले हो चुकी है जमानत
ग्रेटर नोएडा। नोएडा के सेक्टर 93 बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी में महिला से दुर्व्यवहार के मामले में भाजपा के कथित नेता श्रीकांत त्यागी की गैंगेस्टर एक्ट केस में जमानत याचिका शुक्रवार को सेशन कोर्ट ने खारिज कर दी है। इसके पहले त्यागी की विभिन्न मामलों में जमानत मंजूर हो चुकी है लेकिन गैंगेस्टर एक्ट में जमानत नहीं होने के कारण वह अभी जेल में ही रहेगा।
क्या है मामला
नोएडा के 93 बी स्थित ग्रैंड ओमैक्स सोसायटी में रहने वाले श्रीकांत त्यागी का एक विडियो पिछले महीने वायरल हुआ था। इस विडियो श्रीकांत त्यागी एक महिला, उसके पति को गाली देता और महिला को धक्का देते दिखा था। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने त्यागी के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद त्यागी भूमिगत हो गया था। काफी प्रयास के बाद पुलिस ने उसे 9 अगस्त को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस ने कोर्ट को केसों के बारे में बताया
सेशन कोर्ट में सुनवाई के दौरान पुलिस ने उसके खिलाफ तीन नए और 6 पुराने केस की कोर्ट को जानकारी दी। श्रीकांत त्यागी ने गैंगेस्टर एक्ट में जमानत के लिए याचिका दायर की थी जिसे सेशन कोर्ट ने खारिज कर दिया। इसलिए उसे अभी जेल में ही रहना पड़ेगा।
राजनीति भी तेज हुई
श्रीकांत त्यागी मामले में राजनीति भी तेज हो गई है। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) पहले ही श्रीकांत त्यागी की पत्नी अन्नू त्यागी पर पुलिस उत्पीड़न का आरोप लगाकर उसे समर्थन देना का घोषणा कर चुका है। सपा का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को यहां ग्रैंड ओमैक्स सोसायटी में श्रीकांत त्यागी की पत्नी और मामी से मुलाकात की। सपा ने अन्नू त्यागी को विश्वास दिलाया कि सपा उनके साथ है। इससे पहले श्रीकांत की रिहाई को लेकर त्यागी समाज की महापंचायत भी हो चुकी है। इसमें श्रीकांत त्यागी की पत्नी भी शामिल हुई थी।
अवैध कब्जे को लेकर हुआ था विवाद
श्रीकांत त्यागी पर आरोप है कि ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी में अपने आवास के चारो ओर अवैध कब्जा कर रखा था। उसने पौधे रोपकर आवास के आगे तमाम जगह घेर रखी थी। घर के पीछे की ओर भी लकड़ी के बड़े बॉक्स लगाने के साथ एक चोर दरवाजा बना रखा था। त्यागी इस क्षेत्र में अपने दोस्तों के साथ पार्टी करता था। त्यागी के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं। पहले उसे भाजपा से जुड़ा बताया जा रहा था लेकिन पार्टी ने इससे पल्ला झाड़ लिया था। वह सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का भी करीबी बताया गया था।