Noida: 250 खंगाली, 1500 फाइलें जांच के दायरे में, ऐसा हैं नोएडा अथॉरिटी में भ्रष्टाचार का खेल?
नोएडा अथॉरिटी में मुआवजे घोटाले के मामले में एसआईटी की टीम की छापेमारी दूसरे दिन भी जारी हैं। घोटाले की जांच के लिए नोएडा अथॉरिटी एसआईटी की टीम अभी तक 250 फाइलें खंगाल चुकी हैं। सुत्रों की माने तो अभी जांच के दायरे में 1500 फाइलें ओर हैं।
नोएडा अथॉरिटी में मुआवजे घोटाले के मामले में एसआईटी की टीम की छापेमारी दूसरे दिन भी जारी हैं। घोटाले की जांच के लिए नोएडा अथॉरिटी एसआईटी की टीम अभी तक 250 फाइलें खंगाल चुकी हैं। सुत्रों की माने तो अभी जांच के दायरे में 1500 फाइलें ओर हैं। SIT के अध्यक्ष रेवन्यू बोर्ड चेयरमैन हेमत राव भी जांच के दौरान मौके पर मौजूद रहे हैं।
इसके अलावा मेरठ मंडल कमिश्नर सेल्वा कुमारी और ADG राजीव सब्बरवाल भी मौजूद है। वहीं, अथॉरिटी के कई अफसरों और कर्मचारियों से भी टीम पूछताछ कर सकती है। अभी तक 100 करोड़ का मुआवज़ा घोटाला सामने आ चुका है।
सोमवार यानी 4 दिसंबर को पहुंची थी टीम
एसआईटी की टीम नोएडा अथॉरिटी के दफ्तर4 दिसबंर को पहुंची थी। घोटाले की जांच कर रही एसआईटी की टीम लगातार फाइलें खंगाल रही हैं। बता दें कि मुआवजा घोटाला मामले की जांच के लिए राजस्व बोर्ड की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया था।
अधिकारियों को लेकर मुआवजा घोटाले में सुप्रीम कोर्ट ने की थी टिप्पणी
नोएडा प्राधिकरण में हुए मुआवजा वितरण में फर्जीवाड़े से जुड़े एक मामले की सुनवाई करते हुए नोएडा अथॉरिटी के खिलाफ तल्ख टिप्पणी की। कोर्ट ने कहा था कि नोएडा अथॉरिटी के एक-दो अफसर इस फर्ज़ीवाड़े में शामिल नहीं हैं बल्कि प्राधिकरण का पूरा सेटअप इसमें मिला हुआ है। सुप्रीम कोर्ट उस याचिका पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें पता लगा कि कानून में किसी भी अधिकार के बिना भूमि मालिकों को नोएडा प्राधिकरण ने मुआवजा दिया। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक आदेश को चुनौती दी गई थी। हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता की अग्रिम जमानत खारिज कर दी थी। नोएडा के दो अधिकारियों और एक भूमि मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इनपर 7 करोड़ रुपये से ज्यादा मुआवजा बिना किसी अधिकार के गलत तरीके से भुगतान करने का आरोप है।