नोएडा एयरपोर्ट अपडेट : तीन दिन जांची गई रनवे की कार्यक्षमता, लिखी जा रही विकास की नई गाथा
लखनऊ (फेडरल भारत नेटवर्क) : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर पर तीन दिन चली परीक्षण उड़ान के दौरान नेवीगेशन उपकरणों और रनवे की कार्यक्षमता की सफलतापूर्वक जांच की गई। भारतीय विमानपत्तनम प्राधिकरण(एएआइ) और महानिदेशक नागरिक उड्डयन (डीजीसीए) की देखरखे में हुए परीक्षण में अब धीरे-धीरे उड़ानों का रास्ता साफ हो रहा है। परीक्षण उड़ान समय जब प्लेन के पहियों ने रनवे की धरती को चूमा तो महसूस हुआ कि नोएडा में विकास की एक नई गाथा लिखी जा रही है।
परीक्षण में नेविगेशन और लैंडिंग लाइट्स सही मिलीं
जेवर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर परीक्षण उड़ान शनिवार से शुरू हुई थी, जो सोमवार को समाप्त हुई। इस दौरान एयरक्राफ्ट ने हवाई पट्टी से दो बार उड़ान भरी और इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम सहित अन्य उपकरणों की कार्यक्षमता की जांच की। खराब मौसम और कोहरे जैसी प्रतिकूल परिस्थिति में लैंडिंग हो सके, इसके लिए सीएटी-1 और सीएटी-3 उपकरणों की जांच की गई। इस उड़ान से एयरपोर्ट पर नेविगेशन और रनवे की लैंडिंग लाइट्स से जुड़ी सभी अहम चीजें दुरुस्त पाई गईं।
रनवे टेस्टिंग 15 अक्टूबर से होगी शुरू
उड़ान परीक्षण के बाद अब 15 अक्टूबर से रनवे की विस्तृत टेस्टिंग की जाएगी। इसमें रनवे की मजबूती और विमान संचालन के लिए जरूरी सुरक्षा मानकों की जांच होगी। इस टेस्टिंग से एयरपोर्ट की तैयारियों का अंतिम सत्यापन होगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी आवश्यक मानक वाणिज्यिक उड़ानों के लिए पूरा कर लिए गए हैं। यह टेस्टिंग चरण एयरपोर्ट के 2025 के लक्ष्य को पूरा करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
भूमि अधिग्रहण नीति में भी बदलाव
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण यीडा के अनुसार, नोएडा एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र को और विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भूमि अधिग्रहण नीति में भी बदलाव किया है। ढांचागत सुविधाओं के लिए होटल, रेस्टोरेंट और ट्रैफिक के वास्ते भूमि अधिग्रहण की सीमा 5 फीसद से बढ़ाकर 20 फीसदी तक की गई है। इस नीति से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरे उतरने वाले होटल समूहों के और अधिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा। इससे यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराई जा सकेंगी।
हवाई अड्डे के बन जाने से क्या होगा
यात्री नए हवाई अड्डे से विमान सेवा ले सकेंगे।इस हवाई अड्डे को अगले साल अप्रैल महीने में शुरू कर दिया जाएगा। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की शुरुआत की खासियत ये होगी कि यहां अगले साल 17 अप्रैल से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा का परिचालन भी शुरू कर दिया जाएगा। आम तौर पर हवाई अड्डों पर पहले घरेलू उड़ानें शुरू की जाती हैं और बाद में इंटरनेशनल, लेकिन यहां ऐसा नहीं होगा। नोएडा एयरपोर्ट शुरू हो जाने से ना सिर्फ नोएडा, बल्कि गाजियाबाद में रहने वाले लोगों को भी सहूलियत होगी. दिल्ली के एक हिस्से के यात्रियों के लिए भी एयरपोर्ट पहुंचना आसान हो जाएगा. इसके अलावा दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का भार भी काफी घट जाएगा।