नोएडा प्राधिकरण की लापरवाही : सेक्टर 75 में सड़कों के गड्ढे बने सिरदर्द, शिकायत के बाद कार्रवाई नहीं
नोएडा (फेडरल भारत न्यूज) : कर्मशियल हब के रूप में तेजी से उभर रहे नोएडा के सेक्टर 75 की सड़क में गहरे गड्ढे सिरदर्द बने हुए हैं। इससे पैदल चलना भी दुश्वार है। क्लब 70 के गोल चक्कर की सड़क टूटकर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। बार-बार शिकायत के बावजूद नोएडा प्राधिकरण अनदेखी कर रहा है।
बिजनेस सेंटर लेकिन सुविधाएं नदारद
सेक्टर 75 में सभी बहमंजिली इमारतें हैं। इनके आसपास ग्रीनरी है और अनेक बिजनेस सेंटर हैं। सेक्टर 50 मेट्रो के ठीक सामने स्पेक्ट्रम मॉल है,
इसमें आफिसों के लिए बड़ा काम्प्लेक्स भी बनकर लगभग तैयार हो चुका है। कई बड़ी कंपनियों के शोरूम व आफिस खुलने लगे हैं। इस पर भी सामुदायिक सुविधाओं को अभाव है।
सड़कों की हालत खस्ता
सबसे दयनीय स्थिति सेक्टर 75 की सड़कों की है। स्पेक्ट्रम मॉल से स्पोटर्स काम्प्लेक्स की ओर जाने वाली सड़के के दोनों ओर सड़क पर गहरे-गहरे गड्ढे बन हुए हैं। सबसे बुरी स्थित स्पोटर्स काम्प्लेक्स के गोल चक्कर की सड़क की है, जिसमें मैक्सिम व्हाइट हाउस सोसाइटी के सामने गहरे गड्ढे हो गए हैं। गड्ढों में फंसकर आए दिन वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं। स्थानीय रेजिडेंट का कहना है कि प्राधिकरण से इस बारे में कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं। निवासी सुनैल कुमार और नुकुल कुमार ने कहा कि सड़कों की हालत बेहद खराब है। मामूली बारिश होने पर ही यहां जलभराव की स्थिति पैदा हो जाती है।
आवारा पशुओं का आतंक
सेक्टर 75 की बहुमंजिला इमारतों के बीच सड़क पर कुत्ते और आवारा पशुओं का आतंक छाया हुआ है। पीक टाइम में जब ट्रैफिक अधिक होता है, पशु सड़क के बीचों-बीच खड़े रहते हैं, जिससे यातायात अवरूद्ध हो जाता है। सेक्टर 75 के दीपक कुमार ने कहा कि आवारा पशुओं के बारे में शिकायत के बावजूद भी कोई कारवाई नहीं की जाती है।
सेक्टर 18 के बाद सबसे बड़ा हब
सेक्टर-18 के एरिया को नोएडा का प्रमुख कमर्शियल हब माना जाता है। अब सेक्टर-75 व उसके आसपास के सेक्टरों में बड़े स्तर पर कमर्शियल स्पेस तैयार हो रहा है। इसके तैयार-75 में जाना-ज्यादा रास आएगा।क्योंकि सेक्टर-18 में भीड़भाड़ अधिक रहती है। इसके चलते लोगों को ऐसी जगह की तलाश थी, जहां पर ज्यादा भीड़भाड़ न हो और उनकी जरूरत के अनुसार सुविधाएं भी मिल जाएं। इसके लिए सेक्टर-75 सबसे मुफीद साबित होगा, बशर्ते यहां बुनियादी सुविधाएं और बेहतर हो जाएं।